Thyroid kitna hona chahiye

  1. कोलेस्ट्रॉल का स्तर या नार्मल रेंज चार्ट क्या है
  2. Thyroid Function Test Report And Normal Report, What Is Normal Range And Test Type Of Thyroid
  3. HealthNeed.In » इस वेबसाइट पर हिंदी में स्वास्थ्य की जानकारी, विभिन्न रोगों का आयुर्वेदिक उपचार, घरेलू उपचार एवं होम्योपैथिक उपचार आदि बताये जाते हैं। स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए हिंदी में टिप्स दिए जाते हैं।
  4. सलाह:थायरॉइड में भूलकर भी न खाएं ये चीजें, हो सकते हैं नुकसान
  5. Thyroid Ke Lakshan in Hindi
  6. पीने वाले पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए? ये जानना क्यों जरूरी है ?
  7. Thyroid Level by Age and Gender in Hindi
  8. Cholesterol Level: उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल? जानिए


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कोलेस्ट्रॉल का स्तर या नार्मल रेंज चार्ट क्या है

अन्य आप यहां दिए लिंक पर क्लिक करके जान सकते हैं कि लेकिन कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होने से आपको इस लेख में आपको कोलेस्ट्रॉल क्या है इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही आपको कोलेस्ट्रॉल को रक्त में पहुंचाने वाले लिपोप्रोटीन के प्रकार और कोलेस्ट्रॉल की नॉर्मल रेंजऔर चार्ट के बारे में भी विस्तार से बताने का प्रयास किया गया है। (और पढ़ें - • • • कोलेस्ट्रॉल एक मोम या वसा जैसा पदार्थ होता है जो लीवर द्वारा निर्मित होता है। यह कोशिका झिल्ली, (और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल रक्त में प्रोटीन व लिपिड ( • हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल: HDL) कोलेस्ट्रॉल: इस प्रकार के लिपोप्रोटीन में फैट की तुलना में प्रोटीन अधिक होता है। इसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपको हृदय संबंधी रोग कम होने की ओर संकेत करता है। (और पढ़ें - • लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल: LDL) कोलेस्ट्रॉल: इस लिपोप्रोटीन में प्रोटीन की तुलना में फैट अधिक होता है। इसको खराब कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।(और पढ़ें - एचडीएल और एलडीएल के कार्य एचडीएल (HDL) का ज्यादा हिस्सा प्रोटीन से बना होता है। कोशिकाओं से कोलेस्ट्रॉल को लेना और उसको नष्ट करने के लिए लीवर के पास ले जाना इसका मुख्य कार्य होता है। इससे शरीर से कोलेस्ट्रॉल साफ होता है। एचडीएल कास्तर कम होने से इसके अलावा एलडीएल (LDL) का ज्यादातर हिस्सा फैट से बना होता है और इसमें एक चौथाई हिस्सा प्रोटीन का होता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को लीवर से शरीर के अन्य हिस्सों तक ले जाता है, यह कोशिकाओं को दोबारा ठीक करने (repair) और अन्य कार्यों के लिए आवश्यक होता है। (और पढ़ें - myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शु...

Thyroid Function Test Report And Normal Report, What Is Normal Range And Test Type Of Thyroid

Thyroid Test Report: थायरॉइड आजकल आम बीमारी हो गई है. हर 10 में से 4 लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. थायरॉइड हार्मोन शरीर में मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करते हैं. इस प्रक्रिया में आप जो खाना खाते हैं, वह ऊर्जा में बदल जाती है. शरीर इस ऊर्जा का इस्तेमाल पूरे सिस्टम को चलाने के लिए करता है. थायरॉइड भले ही आम बीमारी हो लेकिन अभी भी बहुत सारे लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. कई लोग जब थायरॉइड का टेस्ट कराते हैं तो इसकी रिपोर्ट में आने वाले मेडिकल टर्म्स के बारे में जानकारी नहीं होती. थायरॉइड की टेस्ट रिपोर्ट में T1, T2, T3, T4 TSH जैसे टर्म्स लिखे होते हैं. जिसके बारे में आम लोगों को पता नहीं होता. अगर आपने टेस्ट कराया है तो हम आपको थायरॉइड की रिपोर्ट में आने वाले इन नंबर्स के बारे में बता रहे हैं. जिससे आप अपनी रिपोर्ट के बारे में थोड़ा बहुत समझ सकते हैं. ​​ थायरॉइड में T0, T1, T2, T3, T4 और TSH क्या होता है? थायराइड की रिपोर्ट में लिखे गए ये नंबर्स थायरॉइड के लेवल का पता लगाने के लिए होते हैं. टेस्ट में आने वाले इन नंबर्स से ही ये पता चलता है कि आपकी थायरॉइड ग्रंथि कितने अच्छे से काम कर रही है. ​T0, T1, T2-अगर आपकी रिपोर्ट में ये नंबर आते हैं तो ये हार्मोन प्रीकर्सर्स और थायरॉइड हार्मोन के उपोत्पाद हैं. ये थायरॉइड हार्मोन रिसेप्टर पर काम नहीं करते और पूरी तरह से इनएक्टिव रहते हैं. T3 टेस्ट- थायरॉइड में T3 टेस्ट ट्राईआयोडोथायरोनिन लेवल का टेस्ट होता है. आमतौर पर जब T4 और TSH के बाद हाइपोथायरायडिज्म की आंशका होती है तो इस टेस्ट को कराने के लिए डॉक्टर्स कहते हैं. आपमें किसी में ओवरएक्टिव थायरॉइड ग्लैंड के लक्षण हैं तो भी डॉक्टर T3 टेस्ट करवाते हैं. T3 की नॉर्मल रेंज 100-200 ng/dL होती ह...

HealthNeed.In » इस वेबसाइट पर हिंदी में स्वास्थ्य की जानकारी, विभिन्न रोगों का आयुर्वेदिक उपचार, घरेलू उपचार एवं होम्योपैथिक उपचार आदि बताये जाते हैं। स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए हिंदी में टिप्स दिए जाते हैं।

क्या आप प्लास्टिक सर्जरी करवाने की सोच रहे हैं और आपको पता नहीं है कि प्लास्टिक सर्जरी करवाने के लिए सबसे अच्छा हॉस्पिटल कहां है, प्लास्टिक सर्जरी का खर्च कितना आएगा, प्लास्टिक सर्जरी कैसे की जाती है तो आप बिल्कुल सही जगह पहुंचे हैं. भारत की नंबर वन हिंदी हेल्थ वेबसाइट HealthNeed.in में आपका स्वागत … Categories Tags Pregnancy Me Kitna Thyroid Hona Chahiye – जो महिलाएं गर्भवती होती हैं उन्हें बहुत चीजों का ध्यान रखना होता है। उनमें से एक बात यह भी है कि उन्हें प्रेगनेंसी में थायराइड कितना होना चाहिए इस बारे में भी जानना होता है। ऐसे में जो महिलाएं जानना चाहती हैं कि pregnancy me thyroid kitna hona … Categories Tags Thyroid Me Garam Pani Pina Chahiye Ya Nahi – थायराइड मानव शरीर में पाया जाने वाला हार्मोन है जिसका शरीर में अत्यधिक स्राव होने के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियां होना आम बात हो गई है। जिसमें बालों का झड़ना, मोटापा का बढ़ना, स्किन का ड्राए होना, लीवर में गड़बड़ी होना इत्यादि शामिल है। थायराइड … Categories Tags "स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्" स्वास्थ्य ही व्यक्ति का परमधन है। 'प्रथम सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में हो माया' - स्वस्थ तन व स्वस्थ मन का होना अत्यावश्यक है। आपका मन व तन दोनों स्वस्थ रहे इसी उद्देश्य को लेकर आपकी अपनी यह वेबसाइट सदैव आपके साथ है। स्वस्थ रहें , मस्त रहें। वेदों में भी स्वास्थ्य कामना हेतु कहा गया है कि हम सौ साल तक जियें। - जीवेम शरदः शतम् - अथर्ववेद ‌‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌Founder Of HealthNeed.In The Founder Hello Dears, Its here me Dr. Sandeep Bharadwaj Kothari, Co-Founder Of HealthNeed Consultancy. Here on the website it's shared all type of helpfu...

सलाह:थायरॉइड में भूलकर भी न खाएं ये चीजें, हो सकते हैं नुकसान

Medically Reviewed by डॉ. राजन गांधी जनरल फिजिशियन, चाइल्डकेयर हॉस्पिटल, उजाला सिग्नस हॉस्पिटल डिग्री- एम.बी.बी.एस, डिप्लोमा सी.एच अनुभव- 25 वर्ष थायरॉइड तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है, जो गले में स्थित होती है। शरीर की चयापचय (मेटाबॉलिज्म) क्रिया में इस ग्रंथि का विशेष योगदान होता है। इसके अलावा थायरॉइड हार्मोन का काम रक्त में शुगर, कोलेस्ट्रॉल और फोस्फोलिपिड की मात्रा को करना, हड्डियों और मानसिक वृद्धि को नियंत्रित करना, हृदय गति और रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित रखना और महिलाओं में दुग्धस्राव को बढ़ाना होता है। लेकिन आजकल अक्सर लोगों को सुनने को मिलता है कि मुझे थायरॉइड है, मेरा वजन बढ़ रहा है या घट रहा है। दरअसल, जब थायरॉइड ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती है, तब ऐसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। इसलिए इस समस्या में या इस समस्या से निजात पाने के लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। आइए जानते हैं कि थायरॉइड की समस्या में किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों का नहीं?

Thyroid Ke Lakshan in Hindi

थायरॉइड रोग एक ऐसा रोग होता है जो थायरॉइड ग्रंथि के कामकाज में बाधा (Thyroid ke lakshan in hindi) उत्पन्न करता है और इससे हार्मोन निर्माण में असंतुलन हो जाता है। Thyroid hormone T3 त्रियोदोथाइरोनिन और T4 थायरोक्सीन का निर्माण करती है, जो हमारे शरीर की ऊर्जा स्तर नियंत्रित करते हैं। यह रोग लगभग सभी उम्र के लोगों में हो सकता है, लेकिन यह महिलाओं में अधिक होता है। Thyroid Kyo Hota Hai Thyroid Meaning in Hindi थायरॉइड अथवा गलग्रंथि एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग होता है जो शरीर में हार्मोन निर्माण करता है। यह ग्रंथि गले के नीचे स्थित होती है जो थायरॉइड हॉर्मोन का उत्पादन करती है जो शरीर की मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करते हैं। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग होता है जो शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। Hyperthyroidism in Hindi हाइपरथायराइडिज़्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें Hypothyroidism in Hindi हाइपोथायराइडिज़्म का अर्थ होता है कि थायरोइड ग्रंथि धीमी गति से काम करती है जिससे शरीर को ज़रूरत के हिसाब से थायरॉक्सीन (T4) नहीं मिलती है। इससे शरीर की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और इससे कई समस्याएं हो सकती हैं। यहाँ आपको पता चल गया होगा की Thyroid – Hyperthyroidism – Hypothyroidism meaning in hindi क्या है, तो अब जानते है की हमारे शरीर में Thyroid Kitna Hona Chahiye और Pregnancy Me Thyroid Kitna Hona Chahiye? Thyroid Kitna Hona Chahiye – थायराइड कितना होना चाहिए • पुरुषों और महिलाओं का थायरॉइड स्तर 0.4 से 4.5 मिक्रोग्राम प्रति डेसी लीटर (μg/dL) के बीच होना चाहिए। • हालांकि, व्यक्ति के उम्र, लिंग, स्वास्थ्य स्थिति, और रोग के प्रकार आदि के आधार पर स्थिति भिन्न हो सकती है इसलिए थायरॉइड स्तर...

पीने वाले पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए? ये जानना क्यों जरूरी है ?

पीने वाले पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए (Pine Ke Pani Ka TDS Kitna Hona Chahiye): हमारा शरीर 60 से 70% पानी से बना है यानि पानी हमारे शरीर और हड्डियों के हर हिस्से में मौजूद है। पानी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है और हमें स्वस्थ रखता है। तो पानी पीने से पहले हमें यह जानना बहुत जरूरी है कि हम किस तरह का पानी पी रहे हैं। क्या वह पानी शुद्ध है या इसे पीने से हमारे शरीर को कोई नुकसान तो नहीं हो रहा है? इसके लिए हमें यह जानना होगा कि पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए? पीने वाले पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए (Pine Ke Pani Ka TDS Kitna Hona Chahiye) Pine Ke Pani Ka TDS Kitna Hona Chahiye TDS Full Form in Hindi Water – टोटल डिसॉल्व्ड सॉलिड्स (Total Dissolved Solids) यह भी पढ़े – टीडीएस क्या होता है? पानी एक अच्छा विलायक है और इसमें गंदगी आसानी से घुल जाती है। शुद्ध जल को सार्वत्रिक विलायक (universal solvent) कहते हैं। ऐसा पानी स्वादहीन, रंगहीन और गंधहीन होता है। टीडीएस का मतलब पूरी तरह से घुले हुए ठोस पदार्थ हैं। टीडीएस पानी में घुले सभी कार्बनिक और अकार्बनिक ठोस पदार्थों का माप है। पानी में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, क्लोराइड और सल्फेट आदि जैसे अकार्बनिक पदार्थ होते हैं और इसमें कार्बनिक पदार्थ भी कम मात्रा में होते हैं। जल में इन खनिजों की एक निश्चित मात्रा तक उपस्थिति स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। लेकिन एक स्तर से अधिक यह हानिकारक होता है। पानी की शुद्धता जांचने के लिए टीडीएस का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए यह पता लगाया जाता है कि पानी शुद्ध है या नहीं और पीने योग्य है या नहीं। टीडीएस को एमजी प्रति यूनिट मात्रा (मिलीग्राम/लीटर) की इकाइयों में लिखा...

Thyroid Level by Age and Gender in Hindi

Thyroid Level by Age and Gender: थायराइड आजकल की एक बेहद सामान्य समस्या बन गई है। अधिकतर महिलाएं इस समस्या का सामना कर रही हैं। दरअसल, थायराइड गले में सामने की तरफ स्थित एक ग्रंथि है। यह हार्मोन का उत्पादन करती है। थायराइड हार्मोन मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है। यह ग्रंथि मनुष्य द्वारा खाए गए भोजन को ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है। साथ ही यह शरीर के तापमान को भी संतुलित करता है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए थायराइड हार्मोन संतुलन में होना जरूरी होता है। इसमें थोड़ा सा भी उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। जब थायराइड ग्रंथि अत्यधिक मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करती है, तो इसे हाइपरथायरायडिज्म कहते हैं। इसके विपरीत जब हार्मोन का उत्पादन बहुत कम होता है, तो इस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। यानी ये दोनों ही स्थितियां खतरनाक हो सकती है। स्वस्थ रहने के लिए थायराइड हार्मोन का संतुलन में होना ही जरूरी होता है। विस्तार से जानते हैं उम्र और लिंग के अनुसार किसका, कितना थायराइड स्तर होना चाहिए। सभी लिंग और उम्र के लोगों को हो सकता है थायराइड- Thyroid Levels by Age and Gender in Hindi मणिपाल अस्पताल हेब्बल, बेंगलुरु सलाहकार एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉक्टर अभिजीत भोगराज बताते हैं कि थायराइड से सभी उम्र और लिंग प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन महिलाओं में थायराइड रोग अधिक देखने को मिलता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पुरुषों को थायरायड रोग नहीं होता है। पुरुषों को यह अधिक उम्र में हो सकता है। इसका कारण ऑटो-इम्युनिटी है, जिसकी वजह से कम उम्र के लोग भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। अगर किसी को थायरॉइड की समस्या है, तो बेहतर होगा कि आप थायरॉइड की जटिल समस्याओं के लिए किसी विशेषज...

Cholesterol Level: उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल? जानिए

Written by |Published : January 29, 2021 5:45 PM IST • • • • • कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) एक चिपचिपा लिक्विड होता है जो हमारे ब्‍लड में होता है। यह ब्‍लड प्‍लाजमा के द्वारा ट्रांसपोर्ट होता है। हमारे शरीर में 2 तरह का कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) होता है। पहला लो डेंसिटी लिपोप्रोटींस यानी HDL इसे गुड कोलेस्‍ट्रॉल (Good Cholesterol) भी कहते हैं और दूसरा होता है बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol), जिसे खराब कोलेस्‍ट्रॉल भी कहते हैं। जो बैड कोलेस्ट्रॉल होता है वह आर्टरिज़ में जमा हो सकता है, जिससे कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अक्‍सर लोगों को यह नहीं पता होता कि उनका कोलेस्‍ट्रॉल लेवल कितना चाहिए और उन्‍हें कितने समय बाद चेक कराते रहना चाहिए। तो आइए जानते हैं विस्‍तार से- 19 या उससे कम उम्र के लोगों का Cholesterol Level कुल कोलेस्ट्रॉल- 170 mg/dL से कम Non-HDL- 120 mg/dL से कम Non-HDL- 130 mg/dL से कम LDL- 100 mg/dL से कम HDL- 40 mg/dL या इससे ज्‍यादा 20 या उससे ज्‍यादा की उम्र की महिलाओं का Cholesterol Level कुल कोलेस्‍ट्रॉल- 125 to 200 mg/dL Non-HDL- 130 mg/dL से कम LDL- 100 mg/dL से कम HDL- 50 mg/dL या इससे ज्‍यादा कितनी बार चेक कराना चाहिए कोलेस्‍ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level)? आपको कितनी बार कोलेस्‍ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level) चेक कराना च‍ाहिए यह आपकी उम्र, आपकी मेडिकल हिस्‍ट्री और आपकी फैमिली हिस्‍ट्री पर निर्भर करता है। यदि किसी व्‍यक्ति को स्‍ट्रोक, डायबिटीज और हाई कोलेस्‍ट्रॉल जैसी समस्‍या होती है तो उन्‍हें हर 6 महीने या सालभर में एक बार अपना 1. 19 या उससे कम उम्र के लोगों को अपना पहला कोलेस्‍ट्रॉल टेस्‍ट 9 से 11 साल की उम्र में कराना चाहिए। उसके बाद हर 5 साल...