सनातन धर्म कितना पुराना है

  1. आइये जानते हैं कि सनातन धर्म कितना पुराना है और इसकी मानव जीवन में क्या भूमिका है?
  2. Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi
  3. Sanatan Dharm Kitna Purana Hai सनातन धर्म कितना पुराना है ? » Hindijod
  4. ऋग्वेद कितने वर्ष पुराना है? – ElegantAnswer.com
  5. सनातन धर्म क्या है
  6. हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है
  7. सनातन धर्म कितना पुराना है, अर्थ, महत्व हिंदी में (Sanatan Dharm Kitna Purana Hai)
  8. हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है
  9. Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi
  10. Sanatan Dharm Kitna Purana Hai सनातन धर्म कितना पुराना है ? » Hindijod


Download: सनातन धर्म कितना पुराना है
Size: 78.44 MB

आइये जानते हैं कि सनातन धर्म कितना पुराना है और इसकी मानव जीवन में क्या भूमिका है?

जब बात धर्म की होती है तो सनातन धर्म को विशेष दर्जा दिया जाता है। ये बहुत पुराना धर्म है और ये अनादिकाल से चला आ रहा है। ये धर्म कितना पुराना है और इसका कितना ज्यादा महत्व है इसको बता पाना आसान नहीं है। इसमें भगवान ने समय समय पर तरह तरह के अवतार लिए थे और मानव जीवन की रक्षा की थी। ये पूरे विश्व में व्यापक है और इसकी व्यापकता को कोई भी नाप नहीं सकता है। अगर बात करें आज के समय की तो, आज हर एक मनुष्य मैं मैं और तू तू में व्यस्त हो गया है। लोग अब अहम में और अपने काम में इतना ज्यादा व्यस्त हो गए हैं कि वो अपने धर्म को भी भूलते जा रहे हैं। आज देश का हर एक युवा बस इसी चिंता में डूबा हुआ है कि उसका आने वाला जो भविष्य है वो शानदार हो और स्वर्णिम हो। वहीं अगर व्यक्तियों की भूमिका हम सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए देखें तो वो बिल्कुल न के बराबर है। आज का मनुष्य ये भूलता जा रहा है कि जो व्यक्ति अपने धर्म की रक्षा करता है, धर्म भी स्वयं उस व्यक्ति की रक्षा करता है। सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जिसमें मात्र मानव कल्याण की ही भावना छुपी हुई है। मानव जीवन में सनातन धर्म की विशेष भूमिका है। आइये जानते हैं सनातन धर्म की इस भूमिका के बारे में। हिंदू धर्म का हर एक व्यक्ति ये बात जानता है कि वेद जो है उसमें ज्ञान ही ज्ञान है। वेद ज्ञान का एक भंडार है। वेदों का अध्ययन कर पाना इतना आसान नहीं है। मनुष्य के बस की बात ही नहीं है कि वो वेद का अध्ययन कर सके। वेदों के बाद आता है इसका सारांश जिसे हम सभी उपनिषद के नाम से जानते हैं। उपनिषद भले ही वेद का सार है लेकिन इसके बाद भी इसका अध्ययन कर पाना आसान बिल्कुल भी नहीं है। उपनिषद के बाद इसका भी सार आता है। उपनिषद का सार गीता के रूप में जाना जाता है। गीता...

Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi

Hindu Dharma in Kalyug: मान्यता है कि सनातन हिंदू धर्म पूरी दुनिया का सबसे पुराना धर्म है. इससे पहले किसी धर्म के होने का प्रमाण नहीं मिलता. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है. कितना पुराना है हिंदू धर्म ? हिन्दू धर्म को 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है. हिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए. पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं. वहीं वर्तमान शोध के अनुसार हिंदू धर्म को 12-15 हजार वर्ष पुराना और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना माना गया है. हिंदू धर्म के चार युगों का काल वेदों के अनुसार हिंदू धर्म में चार युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग के बारे में बताया गया है. इसमें सतयुग लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष पुराना, त्रेतायुग 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापरयुग 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलियुग को 4 लाख 32 हजार वर्ष का बताया गया है. भगवान राम का काल त्रेतायुग का था और श्रीकृष्ण द्वापरयुग में जन्मे थे. वर्तमान में कलियुग चल रहा है. कलियुग में कितना समय है शेष ? विद्वानों की माने तो कलियुग के 4 लाख 32 हजार मानव वर्ष में अभी कुछ ही हजार वर्ष बीते हैं. अगर कलियुग समय की आधुनिक गणना की जाए तो इसकी शुरुआत 3,120 ईसा पूर्व हुई थी. जब मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि पांच ग्रह मेष राशि पर 0 डिग्री पर थे. इसके अनुसार अबतक कलियुग के 3102+2023= 5125 साल बीत चुके हैं. इस तरह से कलियुग के 4,32.000 साल में 5,125 को घटाने पर 4,26,875 वर्ष शेष रहते हैं. यानी अभी कलियुग खत्म होने में 4,26,875 वर्ष बाकी है. वर्तमान समय को कलियुग का प्र...

Sanatan Dharm Kitna Purana Hai सनातन धर्म कितना पुराना है ? » Hindijod

सनातन धर्म एक सार्वभौमिक धर्म है।आज हम यहाँ पता करेंगे कि सनातन धर्म कितना पुराना है ? sanatan dharm kitna purana hai. हम सनातन धर्म की प्राचीन जड़ों की खोज करेंगे, जो दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है और सबसे स्थायी धर्म है।आज हम इसकी उत्पत्ति, मान्यताओं और प्रथाओं के बारे में जानेंगे। हम जानेंगे की सनातन धर्म (Sanatan Dharma) आज भी करोडो अनुयायियों को क्यों प्रेरित करता है। हम आपको यहाँ सनातन धर्म के इतिहास और संस्कृति की प्रामाणिक और मौलिक जानकारी देने के लिए कटिबद्ध है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कई लोगों द्वारा आमतौर पर पूछा जाने वाला प्रश्न है की सनातन धर्म कितना पुराना है ? sanatan dharm kitna purana hai ? तो हम आपको बता दे की, सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है। यह लेख सनातन धर्म के इतिहास, इसकी उत्पत्ति और सदियों से इसके विकास की पड़ताल करता है। हजारों वर्षों से चली आ रही इस प्राचीन धर्म की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक महत्व की जानकारी देता है। Sanatan Dharm Kya Hai (सनातन धर्म क्या है): सनातन धर्म का मतलब है एक शाश्वत धर्म, जिसकी प्रासंगिकता हमेशा रहेगी। सिर्फ यही संस्कृति आपको इतनी आजादी देती है कि आप अपना भगवान खुद चुन सकते हैं – पुरुष देवता, स्त्री देवता, पशु देवता, वृक्ष देवता, आप जिसे चाहें उसे इष्ट देवता कह सकते हैं, जिसका मतलब है अपना मनचाहा भगवान चुन सकते है। सनातन धर्म की पूरी प्रक्रिया आपके भीतर प्रश्नों को खड़ा करने के लिए ही है। सनातन धर्म के बारे मे और हम इस लेख में (sanatan dharm kitna purana hai) जानेंगे। Sanatan Dharm (सनातन धर्म): हर व्यक्ति अपने जीवन के किसी खास समय पर किस चीज से सबसे अधिक जुड़...

ऋग्वेद कितने वर्ष पुराना है? – ElegantAnswer.com

ऋग्वेद कितने वर्ष पुराना है? इसे सुनेंरोकेंदार्शनिक और भाषाई साक्ष्य इंगित करते हैं कि ऋग्वेद संहिता के थोक की रचना भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में हुई थी, जो कि सबसे अधिक संभावना है- 1500 और 1000 ईसा पूर्व, 1700-1000 BCE भी दिया गया है। ऋक् संहिता में 10 मण्डल, बालखिल्य सहित [[१०२८|1028]॰ सूक्त हैं। चारों वेदों के रचयिता कौन थे? इसे सुनेंरोकेंअतः कुछ विद्वान ऋग्वेद के रचना की तिथि को 1500 ई० पू० से 1000 ई० पू० रखते हैं जो कि अब तक कि सर्वमान्य तिथि है। तथा इसी काल (1500-1000 ई. पू.) को ऋग्वैदिक काल भी कहा जाता है। ऋग्वेद का जन्म कब हुआ? इसे सुनेंरोकें१८००-११०० ईसा पूर्व सनातन धर्म का सबसे आरम्भिक स्रोत है। इसमें 10 मण्डल, 1028 सूक्त और वर्तमान में 10,462मन्त्र हैं, मन्त्र संख्या के विषय में विद्वानों में कुछ मतभेद है। मन्त्रों में देवताओं की स्तुति की गयी है। वेदों को कब लिखा गया? इसे सुनेंरोकेंकालक्रम वेद सबसे प्राचीन पवित्र ग्रंथों में से हैं। संहिता की तारीख लगभग 1700-1100 ईसा पूर्व, और “वेदांग” ग्रंथों के साथ-साथ संहिताओं की प्रतिदेयता कुछ विद्वान वैदिक काल की अवधि 1500-600 ईसा पूर्व मानते हैं तो कुछ इससे भी अधिक प्राचीन मानते हैं। जिसके परिणामस्वरूप एक वैदिक अवधि होती है, जो 1000 ईसा पूर्व से लेकर 200 ई. ऋग्वेद के रचनाकार कौन है? इसे सुनेंरोकेंऋग्वेद का संकलन किसने किया? वेदों के संकलन कर्ता महर्षि द्वैपायन वेद व्यास जी को माना जाता है। वेदों की रचना कब हुई और किसने की? इसे सुनेंरोकेंवेद भारत के सबसे प्राचीन धर्म ग्रंथ है। इसका संकलन महर्षि कृष्ण व्यास द्वैपाजन जी ने किया था। वेद का अर्थ है – ज्ञान ( knowledge ) । इनसे आर्यों के आगमन व बसने की जानकारी ...

सनातन धर्म क्या है

विषय सूची • • • • • • • • • • • सनातन धर्म क्या है ? सनातन धर्म से क्या अभिप्राय है ? सनातन धर्म से तात्पर्य उस हमारी अहम वृति यानि अहंकार एकमात्र वही ऐसी चीज़ है जो लगातार है और इसी अहमता की अशांति को शांति तक पहुंचाना ही सनातन धर्म है इसे बारीकी से समझें तो प्रत्येक मनुष्य में एक चेतना (मन में एक तड़प) होती है और यह चेतना लगातार शांति की खोज में रहती है। इंसान में यह इसलिए उसी शांति को पाने के लिए हर इंसान अलग अलग तरह से कार्य करता है। अतः चूँकि चेतना हर व्यक्ति में होती है फिर चाहे वह पुरुष हो महिला हो, हिंदू हो मुस्लिम हो या किसी भी पंथ समुदाय, देश में रहता हो। अतः सनातन को तड़प भी कहा गया है, और इस तड़प को शांति तक पहुंचाना ही सनातन धर्म है! और सनातन धर्म कभी मिट नहीं सकता क्योंकि जब तक इन्सान है, उसके अन्दर वेदना यानी चेतना होगी और तभी तक उसे शांति की तलाश होगी। अतः जब तब तक इंसान है तब तक सनातन धर्म है! इसलिए अतीत में आप पाएंगे हमारे सनातन धर्म का लाभ विश्व में दुसरे धर्म के लोगों ने भी लिया और हमारे सनातन धर्म से बोध, ज्ञान पाकर, स्वयं की लेकिन एक बड़ी गलती यह हुई की हमने कई तरह की पुरानी मान्यताओं, रीती रिवाजों को ही सनातन धर्म मान लिया जिससे हम वास्तविक सनातन धर्म से दूर हो गए! सनातन का अर्थ क्या है? सनातन माने वह जो समय की सीमा रेखा से बाहर का है, अर्थात जिसपर समय का प्रभाव न पड़े उसे सनातन कहा जाता है।पर इस प्रकृति में जो कुछ है वह सबकुछ तो समय के घेरे में बंधा है। हमारे सभी विचार, हमारे कर्म और हमारा सम्पूर्ण जीवन ही समय के चक्र में शुरू होकर मिट जाता है। यही नहीं सभी भौतिक पदार्थ जो हम इस संसार में देखते हैं वो भी पैदा होते हैं और एक समय बाद नष्ट हो जाते हैं।त...

हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है

हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है | Hindu Dharma ki Visheshtaye Hindu Dharma kitna purana hai हिंदू धर्म कितना पुराना है | Hindu Dharma kitna purana hai आज के समय में हिंदू धर्म दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा फॉलो किया जाने वाला धर्म है। आज हिंदू धर्म को मानने वालों की संख्या 100 करोड़ से भी ज्यादा बताई जाती है। विश्व स्तर पर कई धर्म हैं, जैसे कि ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, जैन, सिख, आदि। यदि कोई आपसे पूछे कि ईसाई या मुस्लिम, बौद्ध और अन्य धर्म कितने पुराने हैं, तो आप तुरंत इसका उत्तर देंगे। लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि वैदिक, सनातन या हिंदू धर्म कितना पुराना है, तो इस सवाल का जवाब देना मुश्किल है। हिंदुत्व क्या है? हिन्दू धर्म की स्थापना किसने की? हिंदू धर्म की स्थापना कब हुई थी? हिन्दू धर्म कितना प्राचीन है? आइए इन सवालों के जवाब हिंदू धर्म के इतिहास, परंपरा, शास्त्रों और विद्वानों के अनुसार खोजने की कोशिश करते हैं। हिंदू धर्म की विशेषताएं माना जाता है कि हिंदू धर्म की उत्पत्ति 2,300 ईसा पूर्व से 1500 ईसा पूर्व के बीच हुई थी। यह विश्वास और विश्वास प्रणालियों का एक संयोजन है। विभिन्न अन्य धर्मों के विपरीत, विश्वास का कोई एक संस्थापक नहीं है। वेदों की रचना 1500 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक हुई थी। इस काल को वैदिक काल कहा जाता है, और इस चरण की कई परंपराएं और रीति-रिवाज अभी भी हिंदू धर्म में मौजूद हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है मंत्रों का जाप। हिंदू धर्म की विशेषताएं | Hindu Dharma ki Visheshtaye हिन्दू-धर्म की सबसे बड़ी विशेषता इसकी आध्यात्मिक मान्यतायें—आस्थायें हैं। अध्यात्म ही हिन्दू-धर्म की आत्मा है। यह आध्यात्मिक मान्यताओं को अन्य मान्यताओं की अपेक्षा अधि...

सनातन धर्म कितना पुराना है, अर्थ, महत्व हिंदी में (Sanatan Dharm Kitna Purana Hai)

Sanatan Dharm Kitna Purana Hai: सनातन धर्म जिसे हिंदू धर्म भी कहा जाता है। आपको बता दें कि सनातन धर्म दुनिया और इस धरती का सबसे पुराना धर्म है। आपको बता दें कि इस दुनिया में सिर्फ एक ही धर्म हैं और वो है सनातन धर्म। सनातन धर्म का अपना एक समृद्ध और विविध इतिहास है। लेकिन बहुत से लोग सनातन धर्म और हिन्दू धर्म को अलग-अलग मानते हैं। बहुत से लोगो के यह मानना है कि हिन्दू नाम तो विदेशियों का दिया हुआ है जो कि सिन्धु शब्द से निकला है। ऐसा कहा जाता है कि पहले हिन्दू धर्म का नाम सनातन धर्म ही था। लेकिन कुछ ज्ञानी ऐसा भी कहते हैं कि इसका नाम पहले आर्य धर्म था। वहीँ कुछ इसे वैदिक धर्म भी बताते हैं। कुछ विद्वान् हिन्दू धर्म को ही वैदिक धर्म भी कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह लगभग 1,96,58,83,110 वर्ष पुराना है। सनातन धर्म को हिंदू धर्म भी कहा जाता है। सनातन का अर्थ होता है सारस्वत या हमेशा रहने वाला जिसका मतलब यह है कि जिसका न कोई आदि है और ना ही अंत। आपको बता दें कि सनातन धर्म ही हमारे देश का मूल धर्म है। एक ऐसा समय था जब पूरे भारत उपमहाद्वीप में था। लेकिन जब देश में कई आक्रमणकारी आये तो धर्म परिवर्तन की वजह से बहुत ही लोग दूसरे धर्म में परिवर्तित हो गए। 2 सनातन का अर्थ क्या है (Sanatan dharm ka arth kya hai) हमारे पौराणिक कथाओं की माने तो हमारा सनातन धर्म लगभग 90 साल पुराना है बताया है लेकिन कई विद्वानों का ऐसा मानना है कि यह धर्म 1,96,58,83,110 साल पुराना है। ऐसा माना जाता है कि हिंदू धर्म में 9057 ई। पू। स्वायंभुव मनु हुए इसके बाद 6673 ई. पू. में वैवस्वत मनु हुए। हमारे भगवान् श्री राम का जन्म 5114 ई. पू. का है और भगवान् श्री कृष्ण का जन्म 3112 ई. पू. का बताया जाता है। लेकिन कई शोध...

हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है

हिंदू धर्म की विशेषताएं! सनातन हिंदू धर्म कितना पुराना है | Hindu Dharma ki Visheshtaye Hindu Dharma kitna purana hai हिंदू धर्म कितना पुराना है | Hindu Dharma kitna purana hai आज के समय में हिंदू धर्म दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा फॉलो किया जाने वाला धर्म है। आज हिंदू धर्म को मानने वालों की संख्या 100 करोड़ से भी ज्यादा बताई जाती है। विश्व स्तर पर कई धर्म हैं, जैसे कि ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, जैन, सिख, आदि। यदि कोई आपसे पूछे कि ईसाई या मुस्लिम, बौद्ध और अन्य धर्म कितने पुराने हैं, तो आप तुरंत इसका उत्तर देंगे। लेकिन अगर आपसे पूछा जाए कि वैदिक, सनातन या हिंदू धर्म कितना पुराना है, तो इस सवाल का जवाब देना मुश्किल है। हिंदुत्व क्या है? हिन्दू धर्म की स्थापना किसने की? हिंदू धर्म की स्थापना कब हुई थी? हिन्दू धर्म कितना प्राचीन है? आइए इन सवालों के जवाब हिंदू धर्म के इतिहास, परंपरा, शास्त्रों और विद्वानों के अनुसार खोजने की कोशिश करते हैं। हिंदू धर्म की विशेषताएं माना जाता है कि हिंदू धर्म की उत्पत्ति 2,300 ईसा पूर्व से 1500 ईसा पूर्व के बीच हुई थी। यह विश्वास और विश्वास प्रणालियों का एक संयोजन है। विभिन्न अन्य धर्मों के विपरीत, विश्वास का कोई एक संस्थापक नहीं है। वेदों की रचना 1500 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक हुई थी। इस काल को वैदिक काल कहा जाता है, और इस चरण की कई परंपराएं और रीति-रिवाज अभी भी हिंदू धर्म में मौजूद हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है मंत्रों का जाप। हिंदू धर्म की विशेषताएं | Hindu Dharma ki Visheshtaye हिन्दू-धर्म की सबसे बड़ी विशेषता इसकी आध्यात्मिक मान्यतायें—आस्थायें हैं। अध्यात्म ही हिन्दू-धर्म की आत्मा है। यह आध्यात्मिक मान्यताओं को अन्य मान्यताओं की अपेक्षा अधि...

Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi

Hindu Dharma in Kalyug: मान्यता है कि सनातन हिंदू धर्म पूरी दुनिया का सबसे पुराना धर्म है. इससे पहले किसी धर्म के होने का प्रमाण नहीं मिलता. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है. कितना पुराना है हिंदू धर्म ? हिन्दू धर्म को 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है. हिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए. पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं. वहीं वर्तमान शोध के अनुसार हिंदू धर्म को 12-15 हजार वर्ष पुराना और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना माना गया है. हिंदू धर्म के चार युगों का काल वेदों के अनुसार हिंदू धर्म में चार युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग के बारे में बताया गया है. इसमें सतयुग लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष पुराना, त्रेतायुग 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापरयुग 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलियुग को 4 लाख 32 हजार वर्ष का बताया गया है. भगवान राम का काल त्रेतायुग का था और श्रीकृष्ण द्वापरयुग में जन्मे थे. वर्तमान में कलियुग चल रहा है. कलियुग में कितना समय है शेष ? विद्वानों की माने तो कलियुग के 4 लाख 32 हजार मानव वर्ष में अभी कुछ ही हजार वर्ष बीते हैं. अगर कलियुग समय की आधुनिक गणना की जाए तो इसकी शुरुआत 3,120 ईसा पूर्व हुई थी. जब मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि पांच ग्रह मेष राशि पर 0 डिग्री पर थे. इसके अनुसार अबतक कलियुग के 3102+2023= 5125 साल बीत चुके हैं. इस तरह से कलियुग के 4,32.000 साल में 5,125 को घटाने पर 4,26,875 वर्ष शेष रहते हैं. यानी अभी कलियुग खत्म होने में 4,26,875 वर्ष बाकी है. वर्तमान समय को कलियुग का प्र...

Sanatan Dharm Kitna Purana Hai सनातन धर्म कितना पुराना है ? » Hindijod

सनातन धर्म एक सार्वभौमिक धर्म है।आज हम यहाँ पता करेंगे कि सनातन धर्म कितना पुराना है ? sanatan dharm kitna purana hai. हम सनातन धर्म की प्राचीन जड़ों की खोज करेंगे, जो दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है और सबसे स्थायी धर्म है।आज हम इसकी उत्पत्ति, मान्यताओं और प्रथाओं के बारे में जानेंगे। हम जानेंगे की सनातन धर्म (Sanatan Dharma) आज भी करोडो अनुयायियों को क्यों प्रेरित करता है। हम आपको यहाँ सनातन धर्म के इतिहास और संस्कृति की प्रामाणिक और मौलिक जानकारी देने के लिए कटिबद्ध है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कई लोगों द्वारा आमतौर पर पूछा जाने वाला प्रश्न है की सनातन धर्म कितना पुराना है ? sanatan dharm kitna purana hai ? तो हम आपको बता दे की, सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है। यह लेख सनातन धर्म के इतिहास, इसकी उत्पत्ति और सदियों से इसके विकास की पड़ताल करता है। हजारों वर्षों से चली आ रही इस प्राचीन धर्म की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक महत्व की जानकारी देता है। Sanatan Dharm Kya Hai (सनातन धर्म क्या है): सनातन धर्म का मतलब है एक शाश्वत धर्म, जिसकी प्रासंगिकता हमेशा रहेगी। सिर्फ यही संस्कृति आपको इतनी आजादी देती है कि आप अपना भगवान खुद चुन सकते हैं – पुरुष देवता, स्त्री देवता, पशु देवता, वृक्ष देवता, आप जिसे चाहें उसे इष्ट देवता कह सकते हैं, जिसका मतलब है अपना मनचाहा भगवान चुन सकते है। सनातन धर्म की पूरी प्रक्रिया आपके भीतर प्रश्नों को खड़ा करने के लिए ही है। सनातन धर्म के बारे मे और हम इस लेख में (sanatan dharm kitna purana hai) जानेंगे। Sanatan Dharm (सनातन धर्म): हर व्यक्ति अपने जीवन के किसी खास समय पर किस चीज से सबसे अधिक जुड़...