पूर्व मुखी मकान में शौचालय किधर होना चाहिए

  1. घर में शौचालय कौन सी दिशा में होना चाहिए?
  2. सीढियाँ कितनी होनी चाहिए? – ElegantAnswer.com
  3. लाल किताब के अनुसार पूर्व मुखी मकान के 6 रहस्य, होता है भयंकर नुकसान
  4. East Facing House Vastu Plan : पूर्व मुखी घर के लिए वास्तु टिप्स, जानिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं
  5. पूर्व मुखी घर के लिए वास्तु [East Facing House Vastu In Hindi]
  6. पूर्व दिशा वास्तु के अनुसार पूर्व मुखी घर का नक्शा कैसा होगा
  7. पूर्व मुखी मकान में शौचालय किधर होना चाहिए


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घर में शौचालय कौन सी दिशा में होना चाहिए?

वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा कोनसी है? वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय वास्तु एक ऐसा पुराना विज्ञानं है जो इंसान के जीवन में बहुत एहमियत रखता है। वास्तु के नियमों का पालन करने से मुसीबतें दूर रहती है। वास्तु हर जगह काम आता है। वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा भी निर्धारित है।चाहे वो घर का निर्माण हो, ऑफिस का या शौचालय का। हाँ आपने सही पढ़ा शौचालय बनाने में भी वास्तु काम आता है। वास्तु के अनुसार घर का नक्शा निर्धारित करते वक़्त शौचालय के बारे में भी सोचे। वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा निर्धारित की हुई है। शौचालय को इस दिशा में बनाने से मुश्किलें कम होती है। प्रधान मंत्री के द्वारा शुरू किया हुआ स्वच्छ भारत अभियान भी शौचालय के तरफ ध्यान दे रहा है। इसीलिए वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा जानना जरूरी है। पहले लोग किसी भी दिशा में शौचालय बना लेते थे। लेकिन अब वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा जानने के बाद ही बनवाते है। आइए अब जानते है वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा कोनसी है? विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • • • वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा कोनसी है? भारत के स्वतंत्रता के वक़्त यह माना जाता था की शौचालय घर के बाहर होना चाहिए। बड़े बुजुर्ग कहते थे की मूल-मूत्र त्यागने का कार्य घर के बाहर ही सही है। इसका एक कारण यह भी है की घर में पूजा घर होता है। लेकिन अब शौचालय कमरे के अंदर बनाया जाने लगा है। ऐसा बदलते समय के कारण हुआ है। किसी भी दिशा में लोग शौचालय बना लेते थे। लेकिन वास्तु शास्त्र की बढ़ती हुई एहमियत के कारण सब बदल गया है। अब वास्तु के अनुसार शौचालय की दिशा तय करी जाती है। शौचालय बनाते वक़्त शौचालय वास्तु पर ध्यान दिए जाने लगा है। वास्तुशास्त्र के अनुसार शौचालय घर के द...

सीढियाँ कितनी होनी चाहिए? – ElegantAnswer.com

सीढियाँ कितनी होनी चाहिए? इसे सुनेंरोकेंसीढ़ियां हमेशा विषम संख्या में होनी चाहिए, जैसे 7, 11, 15, 19 या फिर 21 आदि। घर में विषम संख्या में सीढ़ियां खुशियां बनाए रखती हैं और मकान मालिक के विकास और लोकप्रियता में वृद्धि होती है। आम तौर पर घर में 17 सीढ़ियां शुभ मानी जाती हैं। सीढ़ियों के नीचे क्या होना चाहिए? • सीढ़ियों के नीचे कभी भी आप सिलेंडर, जूता स्टैंड या कबाड़ न रखें। • सीढ़ियों के नीचे कभी पूजाघर, बाथरूम का निर्माण न कराएं। • सीढ़ी पूर्व या दक्षिण दिशा में होना शुभ माना जाता है। • इसके अलावा सीढ़ी के लिए दक्षिण-पश्चिम के दाई ओर भी बनाई जा सकती है। • दिशा के साथ सीढ़ियों की टूट-फूट पर भी ध्यान दें। दुकान में सीढ़ियां कितनी होनी चाहिए? इसे सुनेंरोकेंआपके घर या दुकान में सीढ़ियों की संख्या विषम (1, 3, 5, 7, 9, 11) होनी चाहिए. अगर सम संख्‍या में सीढ़ियां हैं तो बर्बादी तय मानिए. उत्तर या पूर्व दिशा में हल्के फर्नीचर रखें. भारी फर्नीचर दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें. रस्सी की सीढ़ी का प्रयोग कब करते हैं? इसे सुनेंरोकेंनायलॉन बच रस्सी सीढ़ी : नायलॉन बच रस्सी सीढ़ी ऊंची इमारत से निकलने वाले भागने के लिए उपयोग किया जाता है। नायलॉन बच रस्सी सीढ़ी का उपयोग करने के लिए सुविधाजनक और निरंतर उपयोग। नायलॉन बच रस्सी सीढ़ी होटल, कार्यालय और resdential इमारत बचाव के लिए उपयुक्त है । क्या सीढ़ी के नीचे शौचालय बनाना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंएक भ्रांमक धारणा यह भी है कि सीढि़यों के नीचे टॉयलेट नहीं बनाना चाहिए। प्राचीन ग्रन्थों में तो इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है, परंतु वर्षों के वास्तु परामर्श के दौरान अनुभव में आया है कि, सीढ़ी के नीचे टॉयलेट, बाथरूम होने से कोई वास्तुदोष उत्पन्न ...

लाल किताब के अनुसार पूर्व मुखी मकान के 6 रहस्य, होता है भयंकर नुकसान

बुहत से लोग पूर्व दिशा के मकान में रहते हैं, लेकिन यह कैसे तय होगा कि वह पूर्व दिशा का ही मकान है? आप कहेंगे कि दिशा सूचक यंत्र से दिशा जान लेंगे या जिस दिशा से सूर्य निकलता है तो यह सिद्ध होता है कि यह पूर्व दिशा का मकान है। लेकिन इसके अलावा भी ऐसा बहुत कुछ है जिससे यह तय होता है कि आप सूर्य या पूर्व के मकान में रहते हैं। आओ जानते हैं लाल किताब का रहस्यमयी ज्ञान। 6.गुरु, देवता और पिता साथ छोड़ देते हैं। राज्य की ओर से दंड मिलता है। नौकरी चली जाती है। सोना खो जाता है या चोरी हो जाता है। यदि घर पर या घर के आस-पास लाल गाय या भूरी भैंस है तो वह खो जाती है या मर जाती है। यदि सूर्य और शनि एक ही भाव में हो तो घर की स्त्री को कष्ट होता है। यदि सूर्य और मंगल साथ हो और चन्द्र और केतु भी साथ हो तो पुत्र, मामा और पिता को कष्ट।

East Facing House Vastu Plan : पूर्व मुखी घर के लिए वास्तु टिप्स, जानिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं

घर के लिए वास्तु (Vastu for Home) मेंविश्वास करने वालेबहुत से लोग पूर्व मुखी घरों (East-Facing Houses) को शुभ मानते हैं। हालाँकि, केवल दिशा से ही घर शुभ या अशुभ नहीं हो जाते हैं। पूर्व मुखी घर के लिए वास्तु प्लान (East Facing House Vastu Plan) अगर पूर्वमुखी घर का वास्तु प्लान(East Facing House Vastu Plan) अच्छा है, तो इससे आपके घर में शांति, सद्भाव, स्वास्थ्य, समृद्धि और विकास आता है। कुबेर धन से समृद्ध रखते हैं पूर्व मुखी घर का वास्तु प्लान (East Facing House Vastu Plan) - मुख्य दरवाजा सबसे शुभ माने जाने वाले 5वें पद के अनुसार, आपको पूर्व मुखी घर वास्तु प्लान के अनुसार मुख्य द्वार पर अधिक ध्यान देना होता है। माना जाता है कि इस दिशा पर सूर्य (प्रसिद्धि के देवता) की कृपा है। इससे घर में सकारात्मकता आती है। घर पद क्या दर्शाता है? घर के लिए वास्तु (Vastu for home) में, कुल 9 खंड/भाग होते हैं, जिन्हें 9 पद कहा जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पद 1 और 2 का इस्तेमाल वर्जित है, क्योंकि यह फायदेमंद नहीं होता है। लेकिन अगर आपके पास कोई विकल्प नहीं बचा है, तो आप उत्तर-पूर्व दिशा में दीवार से कम से कम 6 इंच की जगह छोड़ दें। ऊर्जा का परम स्रोत पूर्व मुखी घर का वास्तु प्लान (East Facing House Vastu Plan) - लिविंग रूम का प्लेसमेंट घर को डिजाइन करते समय लिविंग रूम की जगह का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। उदाहरण - लिविंग रूम को ऐसी जगह पर नहीं होना चाहिए जहां से आपको लिविंग एरिया में जाते समय बेडरूम या किचन से होकर गुजरना पड़े। यह वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार स्थित होना चाहिए। पूर्व मुखी घर वास्तु टिप्स (East Facing House Vastu Plan) में, लिविंग रूम को घर के उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित...

पूर्व मुखी घर के लिए वास्तु [East Facing House Vastu In Hindi]

दक्षिण व पश्चिम की अपेक्षा उत्तर व पूर्व में कम ऊंचाई व चौड़ाई वाली दीवारें रखे | इस प्रकार की व्यवस्था आपके सामाजिक संबंधों और आर्थिक परिस्थितियों पर काफी प्रभाव डालती है| विशेषकर ऐसे लोग जिनका संबंध पब्लिक डीलिंग जैसे व्यवसायों से है उन्हें इस संबंध में विशेष सावधानी रखनी चाहिए| घर की पूर्वी दिशा में स्थित दीवार जितनी कम ऊँची हो घर का मुखिया भी समाज और दुनिया में उतना ही सम्मान और यश-प्रतिष्ठा प्राप्त कर पाएगा | Sanjay Kudi Sanjay Kudi is one of the leading vastu consultant of India and Co-Founder of SECRET VASTU. His work with domestic and international clients from all walks of life has yielded great results. He has developed a more effective and holistic approach to vastu that draws from the most relevant aspects of traditional vastu, combined with the modern vastu remedies and environmental psychology. Sanjay Kudi, will provide a personalized vastu analysis report to open the door for you to the exceptional potential that the ancient science of Vastu can bring into your life. So, when you’re ready to take your career growth, business and happiness to the next level, simply reach out to us. Feel free to contact us by Phone, WhatsApp or Email.

पूर्व दिशा वास्तु के अनुसार पूर्व मुखी घर का नक्शा कैसा होगा

वास्तु शास्त्र को कभी-कभी वर्तमान युग में एक मिथक के रूप में देखा जाता है, हालांकि वास्तव में ऐसा नहीं है। यह एक विज्ञान है जिसे सदियों पहले समकालिक आवासों, महलों और कार्यस्थलों को बनाने के उद्देश्य से बनाया गया था। वास्तु शास्त्र आपको एक ऐसी संरचना बनाने के लिए दिशा-निर्देश देता है जो प्राकृतिक शक्तियों के अनुरूप हो। ये दिशानिर्देश कभी-कभी दिशा-विशिष्ट होते हैं, जैसे कि पूर्व मुखी घर का नक्शा वास्तु के अनुसार। प्रकृति के पांच तत्वों-अग्नि, पृथ्वी, जल, वायु और आकाश का संयोजन वास्तु शास्त्र के मूल में है। साथ में, वे एक स्वागत योग्य और रहने योग्य वातावरण बनाते हैं। जब इन वास्तु सिद्धांतों को उपयुक्त वास्तु विधियों के साथ जोड़ा जाता है, तो यह एक शांत वातावरण बनाता है जो सुख और समृद्धि को बढ़ावा देता है। अपने घर को वास्तु के हिसाब से सही दिशा में बनवाने में NoBroker के एक्सपर्ट इंटीरियर डिज़ाइनरस की सहायता ले। वास्तु शास्त्र पूर्व मुखी घर का नक्शा: क्या पूर्व मुखी मकान भाग्यशाली माने जाते हैं? कहा जाता है कि घर धन और भाग्य को आकर्षित करते हैं यदि वे पूर्व की ओर अपने चेहरे के साथ या पूर्व की ओर अपने अधिकांश स्थान के साथ बनाए जाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व की ओर चौड़े और निचले हिस्से वाले कुछ घर सबसे अच्छे माने जाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व मुखी घर का नक्शा के लिए वास्तु टिप्स • क्योंकि उत्तर पूर्व को मानसिक शांति का कोना माना जाता है, इसलिए उस दिशा में पूजा कक्ष होना काफी फायदेमंद होता है। • पूर्व मुखी घर का वास्तु शास्त्र समझने के लिए ये याद रखे की यदि आपके घर में सीढ़ियां हैं, तो इसका मुख पश्चिम या दक्षिण की ओर होना बेहतर है। • कोई भी खुला क्षेत्र, जैसे क...

पूर्व मुखी मकान में शौचालय किधर होना चाहिए

विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पूर्व की ओर मुंह वाले घर के लिए वास्तु प्लान • पूर्व की ओर मुंह वाला घर क्या है? • पूर्व मुखी घर या फ्लैट के लिए वास्तु • पूर्व मुखी घर के लिए किचन का वास्तु • पूर्व की ओर मुंह वाले मेन गेट के लिए वास्तु • पूर्व मुखी घरों में मास्टर बेडरूम का वास्तु • पूर्व मुखी घरों के लिए लिविंग रूम का वास्तु • पूर्व मुखी घरों के लिए डाइनिंग रूम का वास्तु • पूरब मुखी घर के लिए वास्तु प्लान पूजा रूम के साथ • पूर्व मुखी घर में स्टडी रूम का वास्तु • पूर्व मुखी घर में सीढ़ी: पूर्व मुखी मकान में सीढ़ियां कहाँ होनी चाहिए? • पूरब मुखी घर में का बाथरूम प्लेसमेंट • पूर्व मुखी घरों में इन चीजों को करने से बचें • पूर्वमुखी घर वास्तु: दीवार के रंग • पूरब मुखी घर का वास्तु: कलाकृतियां रखने के लिए टिप्स • पूर्व मुखी घर में पानी की टंकी का वास्तु • पूरब मुखी घर में बालकनी या खुली जगह के लिए वास्तु • ईस्ट-फेसिंग हाउस में क्या करें और क्या नहीं • क्या पूर्व की ओर मुंह वाले घर अच्छे होते हैं? • पूर्व मुखी घर किनके लिए उपयुक्त है? • पूर्व मुखी घरों के लिए आम वास्तु दोष • पूर्वमुखी घर के लिए पौधे • पूर्वमुखी घर का वास्तु कैसे निर्धारित करें? • पूर्व मुखी घर बनाने के लिए टिप्स • अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) भारत में घर खरीदना एक लंबी और थकाऊ प्रक्रिया है, जिसमें वास्तु शास्त्र की भी अहम भूमिका है. हालांकि वास्तु शास्त्र के जानकार मानते हैं कि सभी दिशाएं अच्छी होती हैं और इस मामले में काफी भ्रम हैं. उदाहरण के तौर पर, दक्षिण और पश्चिम की ओर जो संपत्ति होती है, वह मालिकों के लिए कम शुभ मानी जाती है जबकि पूर्व की ओर जिस प्रॉपर्...