पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए

  1. RBSE Class 12 Hindi Sahitya काव्यांग
  2. पुनरुक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण
  3. अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं
  4. यमक अलंकार किसे कहते है? परिभाषा, उदाहरण, वाक्य
  5. अलंकार की परिभाषा, भेद, प्रकार और उदाहरण


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RBSE Class 12 Hindi Sahitya काव्यांग

The questions presented in the RBSE Class 12 Hindi Sahitya काव्यांग-परिचय अलंकार अलंकार शब्द का अर्थ है आभूषण। आभूषण धारण करने से नारियों का सौन्दर्य द्विगुणित हो जाता है। अतः अलंकार का कार्य सौन्दर्य वृद्धि करना है। इसी प्रकार अलंकार वर्णों और अर्थ में स्थित होकर काव्य के सौन्दर्य को बढ़ाते हैं। अलंकारों के प्रयोग के कारण काव्य की सम्प्रेषणीयता में वृद्धि होती है, वर्णन रसात्मक हो जाता है तथा पाठक और श्रोता उसमें भावमग्न हो जाते हैं। भारतीय काव्यशास्त्र में अलंकार को काव्य की शोभा बढ़ाने के लिए आवश्यक माना गया है। संस्कृत के अनेक काव्य-मर्मज्ञों ने अलंकारों के बारे में अपना मत व्यक्त किया है तथा उनकी परिभाषायें दी हैं। कुछ काव्याचार्यों द्वारा अलंकार की परिभाषा निम्नवत् दी गई हैं - 1. दण्डी-"काव्य शोभाकरान् धर्मान् अलंकारान् प्रचक्षते।" (काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्म अलंकार कहलाते हैं।) 2. भामह-"न कान्तम् अपि निर्भूषं विभाति वनितामुखम्"। (आभूषणों के बिना जिस प्रकार नारी की शोभा नहीं होती उसी प्रकार बिना अलंकार के काव्य सुशोभित नहीं होता।) 3. मम्मट-"तद दोषौ शब्दार्थौ सगुणावलंकृती पुनः क्वापि।। (दोषों से रहित, गुणयुक्त तथा रसाभिव्यंजक शब्दार्थ काव्य है चाहे अलंकृत हो या न भी हो।). आचार्य मम्मट के पश्चात् हेमचन्द्र, विश्वनाथ तथा पण्डित जगन्नाथ ने अलंकार-शास्त्र पर विचार किया है। आचार्य हेमचन्द्र दोषरहित, गुणसहित और अलंकारयुक्त शब्दार्थ को काव्य मानते हैं। आचार्य विश्वनाथ का मानना है कि अलंकार अस्थिर धर्म है। पण्डितराज जगन्नाथ ने अपने 'रस गंगाधर' नामक ग्रन्थ में अलंकार शास्त्र का गहन विवेचन किया है। हिन्दी के काव्य मर्मज्ञ आचार्यों ने भी अलंकार शास्त्र पर विचार किया है। उनके...

पुनरुक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण

इस पेज पर आप पुनरुक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए। पिछले पेज पर हमने चलिए आज हम पुनरुक्ति अलंकार की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं। पुनरुक्ति अलंकार किसे कहते हैं पुनरुक्ति अलंकार दो शब्दों के योग से बना है पुन: +उक्ति। जब किसी वाक्य में कोई शब्द का प्रयोग दो बार किया जाता है अर्थात एक ही शब्द को दो बार दोहराया जाता हैं, वहाँ पर पुनरुक्ति अलंकार होता है। उदाहरण :- 1. मधुर वचन कहि-कहि परितोषीं। उपर दिए गए वाक्य में कहि शब्द का एक से अधिक बार प्रयोग किया गया है। जिसके कारण काव्य में सुंदरी की वृद्धि हुई है जिससे यहां पुनरुक्ति अलंकार माना जाएगा। 2. सुबह-सुबह बच्चे काम पर जा रहे हैं। उपर दिए गए वाक्य में सुबह शब्द का मतलब एक ही है जबकि यहां इस शब्द का दो बार प्रयोग हुआ है। अतः यह पुनरुक्ति अलंकार माना जाएगा। उम्मीद हैं आपको पुनरुक्ति अलंकार की जानकारी पसंद आयी होगी।

अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं

अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं – परिभाषा,उदाहरण | anyokti alankar in hindi | अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण – नमस्कार साथियों 🙏 आपका स्वागत है। दोस्तों आप कोई भी परीक्षा दीजिए जिसमें हिंदी विषय सम्मिलित है। हिंदी विषय में अलंकार एक महत्वपूर्ण एवं आवश्यक पाठ है। इसीलिए हम आपके लिए सभी महत्वपूर्ण अलंकारों की विस्तृत जानकारी लाए है जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण साबित होगी। आज हम आपको अलंकारों की श्रृंखला में अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं – परिभाषा,उदाहरण | anyokti alankar in hindi | अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण को विधिवत पढ़ायेगे। इसमें आपको परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रश्नों का भी समूह दिया जाएगा । हिंदी में अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार के 10 उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा,अन्योक्ति अलंकार उदाहरण सहित,अन्योक्ति अलंकार क्या है,अन्योक्ति अलंकार को समझाइए,अन्योक्ति अलंकार का लक्षण,अन्योक्ति अलंकार का उदाहरण दीजिए,अन्योक्ति अलंकार का अर्थ,अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं,अन्योक्ति अलंकार उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार इन हिंदी,अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण इन हिंदी,अन्योक्ति अलंकार हिंदी,अन्योक्ति अलंकार का उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार का उदाहरण बताइए,अन्योक्ति अलंकार को उदाहरण सहित समझाइए,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण,अन्योक्ति व समासोक्ति अलंकार में अंतर,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित बताइए,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए,अन्योक्ति अलंकार – परिभाषा उदाहरण,anyokti alankar in hindi,अन्योक्ति अलंकार के उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण,अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं,अन्योक्ति अलंकार हिंदी व्याकरण,any...

यमक अलंकार किसे कहते है? परिभाषा, उदाहरण, वाक्य

विषय-सूचि • • • इसलेखमेंहमनेंअलंकारकेभेदयमकअलंकारकेबारेमेंचर्चाकीहै। अलंकारकामुख्यलेखपढ़नेंकेलिएयहाँक्लिककरें– यमकअलंकारकीपरिभाषा जिसप्रकारअनुप्रासअलंकारमेंकिसीएकवर्णकीआवृतिहोतीहैउसीप्रकारयमकअलंकारमेंकिसीकाव्यकासौन्दर्यबढ़ानेकेलिएएकशब्दकीबार-बारआवृतिहोतीहै। प्रयोगकिएगएशब्दकाअर्थहरबारअलगहोताहै।शब्दकीदोबारआवृतिहोनावाक्यकायमकअलंकारकेअंतर्गतआनेकेलिएआवश्यकहै। जैसे : यमकअलंकारकेउदाहरण : • कनककनकतेसौगुनीमादकताअधिकाय।याखाएबौरातनरयापाबौराय।। इसपद्यमें ‘कनक’शब्दकाप्रयोगदोबारहुआहै।प्रथमकनककाअर्थ ‘सोना’औरदुसरेकनककाअर्थ ‘धतूरा’है।अतः ‘कनक’शब्दकादोबारप्रयोगऔरभिन्नार्थकेकारणउक्तपंक्तियोंमेंयमकअलंकारकीछटादिखतीहै। • मालाफेरतजगगया, फिरानमनकाफेर।करकामनकाडारिदे, मनकामनकाफेर। ऊपरदिएगएपद्यमें ‘मनका’शब्दकादोबारप्रयोगकियागयाहै।पहलीबार ‘मनका’काआशयमालाकेमोतीसेहैऔरदूसरीबार ‘मनका’सेआशयहैमनकीभावनाओसे। अतः ‘मनका’शब्दकादोबारप्रयोगऔरभिन्नार्थकेकारणउक्तपंक्तियोंमेंयमकअलंकारकीछटादिखतीहै। • कहैकविबेनीबेनीब्यालकीचुराईलीनी जैसाकीआपदेखसकतेहैंकीऊपरदिएगएवाक्यमें ‘बेनी’शब्ददोबारआयाहै।दोनोंबारइसशब्दकाअर्थअलगहै। पहलीबार ‘बेनी’शब्दकविकीतरफसंकेतकररहाहै।दूसरीबार ‘बेनी’शब्दचोटीकेबारेमेंबतारहाहै।अतःउक्तपंक्तियोंमेंयमकअलंकारहै। • कालीघटाकाघमंडघटा। ऊपरदिएगएवाक्यमेंआपदेखसकतेहैंकी ‘घटा’शब्दकादोबारप्रयोगहुआहै।पहलीबार ‘घटा’शब्दकाप्रयोगबादलोंकेकालेरंगकीऔरसंकेतकररहाहै। दूसरीबार ‘घटा’शब्दबादलोंकेकमहोनेकावर्णनकररहाहै।अतः ‘घटा’शब्दकादोबारप्रयोगऔरभिन्नार्थकेकारणउक्तपंक्तियोंमेंयमकअलंकारकीछटादिखतीहै। • तीनबेरखातीथीवहतीनबेरखातीहै। जैसाकीआपऊपरदिएगएउदाहरणमेंदेखसकतेहैं ‘बेर’शब्दकादोबारप्रयोगहुआहै।पहलीबारतीन ‘बेर’दिनमेंतीनबारखानेकीतरफसंकेत...

अलंकार की परिभाषा, भेद, प्रकार और उदाहरण

इस लेख में अलंकार की परिभाषा, अर्थ, भेद, परिभाषा और उदाहरण ( Figure of speech in Hindi ) आदि को छात्रों के अनुरूप लिखा जा रहा है। अलंकार व्याकरण का एक अंग है, जिसका साहित्य में प्रयोग किया जाता है। शब्दों के चमत्कार और प्रयोग के माध्यम से पूरे वाक्य में सुंदरता आती है यह अलंकार का प्रमुख गुण है। यह लेख छात्रों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। यह लेख किसी भी स्तर के विद्यार्थियों के लिए लाभदायक होगा। विद्यालय तथा कॉलेज और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए भी , यह लेख ध्यान में रखकर लिखा जा रहा है। आशा करते हैं आपको इसका लाभ अवश्य मिल सके। अलंकार की परिभाषा, भेद, प्रकार और उदाहरण ( Figure of speech ) अलंकार का शाब्दिक अर्थ आभूषण माना गया है। जिस प्रकार रूपवती स्त्रियां अपने सुंदरता को और बढ़ाने के लिए आभूषण अथवा सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग करती हैं ठीक उसी प्रकार वाक्यों में सुंदरता लाने के लिए अलंकार का प्रयोग किया जाता है। इस के प्रयोग से शब्दों के चमत्कार से बढ़ जाती है और पाठक के मन पर अमिट छाप अथवा प्रभाव डालती है। अलंकार के भेद अलंकार के मुख्य रूप से दो भेद माने जाते हैं जिनके प्रयोग से काव्य की सौंदर्यता और अधिक बढ़ती है यह दो भेद है – १ शब्दालंकार, २ अर्थालंकार 1 – शब्दालंकार जिस वाक्य कविता अथवा साहित्य में शब्दों के माध्यम से उस वाक्य की कविता की अथवा साहित्य की सुंदरता बढ़ती हो वहां शब्दालंकार होता है। सामान्य अर्थ में समझें तो शब्दों का प्रयोग सांस्कृतिक शैली में किया जाता है जैसे – ” मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारनि ” उपर्युक्त पंक्ति में आप देखेंगे शब्दों के चमत्कार से वाक्य की सुंदरता बढ़ रही है। 2 – अर्थालंकार जिस वाक्य अथवा कविता में उसके अर्थ ...