पृथ्वीराज चौहान का इतिहास हिंदी में

  1. Prithviraj Chouhan biography in hindi पृथ्वीराज चौहान जीवन परिचय
  2. पृथ्वीराज चौहान का इतिहास और जीवन परिचय
  3. पृथ्वीराज चौहान का इतिहास Prithviraj Chauhan Life History in Hindi
  4. पृथ्वीराज चौहान की जीवनी व परिचय
  5. Prithviraj Chauhan Biography in Hindi
  6. पृथ्वीराज चौहान का अमर इतिहास
  7. पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, लड़ाई, कहानी
  8. पृथ्वीराज चौहान
  9. Prithviraj Chauhan History in Hindi


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Prithviraj Chouhan biography in hindi पृथ्वीराज चौहान जीवन परिचय

पृथ्वीराज चौहान अजमेर के हिंदू क्षत्रिय राजा थे. बाद में उन्होंने कई राज्यो पर शासन किया था. Prithviraj Chouhan biography in hindi – पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1 जून 1166 में गुजरात में हुआ था. पृथ्वीराज के पिता का नाम महाराजा सोमेश्वर चौहान था, वह राजस्थान में अजमेर राज्य के राजा थे. पृथ्वीराज चौहान जी की मां का नाम कर कमलावती था. पृथ्वीराज चौहान को अंतिम हिंदू सम्राट तथा राय पिथौरा और भरतेश्वर् के नाम से भी पुकारा जाता था. इन्हें शब्दभेदी बाण विद्या भी आती थी. इनकी तलवार, कवच भाला तथा ढाल का वजन मिलाकर 207 किलो था. और इनकी 38 इंच की तलवार थी. पृथ्वीराज चौहान महान पराक्रमी तथा शूरवीर हिंदू राजपूत राजा थे. Prithviraj Chouhan Biography in English – Click here “ अजमेर में बनी पृथ्वीराज चौहान की समाधि और स्टेचू पूरा नाम पृथ्वीराज चौहान जन्म 1 जून 1166 स्थान गुजरात, भारत अन्य नाम राय पिथौरा, अंतिम हिंदू सम्राट, पृथ्वीराज तृतीय, भारतेश्वर . राष्ट्रीयता भारतीय धर्म हिंदू धर्म मृत्यु 11 मार्च 1192 मृत्यु स्थान अजमेयरू (अजमेर), राजस्थान पराजय मुहम्मद गोरी से पृथ्वीराज चौहान परिवार एवं शुरुआती जीवन (Family and Early Life) • पिता – राजा सोमेश्वर चौहान • माता – रानी कमलावती • भाई – हरीराज (छोटा) • बहन – प्रथा (छोटी) • संतान – गोविंद राज • पत्नियां – 13 पत्नियां पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1166 में अजमेर के हिंदू क्षत्रिय महाराजा सोमेश्वर चौहान के यहां गुजरात में हुआ था. पृथ्वीराज की मां कमलावती थी. पृथ्वीराज का जन्म इनके माता और पिता के विवाह के लगभग 12 साल बाद हुआ था. कई लोगों ने उन्हें जन्म के समय से ही मारने की कोशिश भी बहुत बार की, परंतु वह नाकाम रहे. पिता की मृत्यु के बाद 13 साल की उम्...

पृथ्वीराज चौहान का इतिहास और जीवन परिचय

पृथ्वीराज चौहान का इतिहास और जीवन परिचय हिंदी में - नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका आज की इस इतिहास और जीवन परिचय की रोचक जानकारी में, दोस्तों आज हम यहाँ आपको इस पृष्ठ पर History & Biography of Prithviraj Raj Chauhan in Hindi पृथ्वीराज चौहान का इतिहास और जीवन परिचय बता रहे है. यदि आप पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय और इतिहास जानना चाहते हैं तो आप हमारे साथ अंत तक बनें रहिए क्योंकि दोस्तों आज हम पृथ्वीराज चौहान का संपूर्ण जीवन वृतांत, इतिहास और उनकी अमर कथा जानने वाले हैं तो चलीए आगे बढ़ते है और शुरू करते है. Prithviraj Raj Chauhan History and biography Prithviraj Raj Chauhan History, Biography, Wikipedia, Wife Name, Age, Cast, Date of Birth, Death & More all in Hindi पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय Name - पृथ्वीराज चौहान Other Names - भरतेश्वर,राय पिथौरा, पृथ्वीराज तृतीय, सपादलक्षेश्वर, हिन्दूसम्राट Janm - 1 जून, 1163 Janm Sthan - पाटण, गुजरात, भारत Mata,Pita - सोमेश्वर और कर्पूरदेवी Desh - भारत Dharm - हिन्दू Mratyu - 11 मार्च, 1192 अजमेर, राजस्थान Prithviraj Raj Chauhan Biography in Hindi - वीर योद्धा पृथ्वीराज चौहान का जन्म सन 1 जून, 1163 को गुजरात में पाटण नामक क्षेत्र में हुआ था. पृथ्वीराज चौहान के पिताजी का नाम सोमेश्वर था एवं माताजी का नाम कर्पूरादेवी चौहान था. पृथ्वीराज चौहान के भाई का नाम हरिराज था. दोनों भाइयों का जन्म गुजरात में ही हुआ था. पृथ्वीराज चौहान का पालन पोषण राजा सोमेश्वर के रिश्तेदारों के यहाँ चालुक्यों में हुआ था. पृथ्वीराज चौहान के बचपन के मित्र चंदबरदाई थे. जो बाद में उनके दरबारी कवि हुए थे. पृथ्वीराज चौहान मूल रूप से हिन्दू धर्म के व्यक्ति थे. कहा जाता...

पृथ्वीराज चौहान का इतिहास Prithviraj Chauhan Life History in Hindi

Table of Content • • • • • • पृथ्वीराज चौहान का परिचय Introduction पृथ्वीराज चौहान एक राजपूत राजा थे जिन्होंने 12 वीं शताब्दी में उत्तरी भारत में अजमेर और दिल्ली के राज्यों पर शासन किया था। वह दिल्ली के सिंहासन पर बैठने के लिए अंतिम स्वतंत्र हिन्दू राजाओं में से एक थे। इसके अलावा उन्हें राय पिथोरा के रूप में जाना जाता है, वह चौहान वंश के एक राजपूत राजा था। अजमेर के राजा सोमेश्वर चौहान के बेटे के रूप में जन्मे, पृथ्वीराज ने अपनी महानता के संकेतों को अपनी उम्र शुरुआती समय में प्रदर्शित करना शुरू कर दिया था। वह एक बहुत बहादुर और बुद्धिमान बच्चा था, जो युद्ध कौशल से समृद्ध था। युवा होने पर वह केवल आवाज़ के आधार पर लक्ष्य को सटीक रूप से मारते थे। 1179 उनके पिता की मृत्यु के बाद पृथ्वीराज चौहान सिंहासन के उत्तराधिकारी हुए। उन्होंने अजमेर और दिल्ली की दो श्रेणियों पर शासन किया, जिसे उन्होंने अपने नाना, आर्कपेल या तोमार राजवंश के अनंगपाल तृतीय से प्राप्त किया था। राजा के रूप में उन्होंने अपने प्रदेशों के विस्तार के लिए कई अभियानों पर जोर दिया और एक वीर और साहसी योद्धा के रूप में जाना जाने लगे। शहाबुद्दीन मुहम्मद के साथ उनकी लड़ाई विशेष रूप से जानी जाती है। क्योंकि कनौज के राजा जयचंद की बेटी, संयुक्ता के साथ पलायन की कहानी प्रसिद्ध है। बचपन और प्रारंभिक जीवन Early Life and Childhood पृथ्वीराज चौहान का जन्म 1149 में अजमेर के राजा सोमेश्वर चौहान और कारपुरी देवी के पुत्र के रूप में हुआ था। वह बड़े होकर एक बुद्धिमान, बहादुर और साहसी युवा हुए। उनके अपने नाना, टापरा राजवंश के आर्कपल या अनंगपाल तृतीय उनकी वीरता से बहुत प्रभावित हुए, और उन्हें अपना वारिस बनाया। राज्यकाल Veer Prithviraj Chauh...

पृथ्वीराज चौहान की जीवनी व परिचय

Table of Contents • • • • • • Prithviraj Chauhan Bio history in hindi पृथ्वीराज चौहान कौन थे ? पृथ्वीराज चौहान साँभर अजमेर दिल्ली राज्य का अधिपति था। पृथ्वीराज चौहान को पृथ्वीराज तृतीय भी कहा गया है। भारत में चौहानवंश का आरम्भ बासुदेव नामक एक व्यक्ति से माना जाता है, इस वंश का अन्तिम राजा पृथ्वीराज चौहान (पृथ्वीराज तृतीय) था। पृथ्वीराज चौहान का जन्म कब हुआ ? पृथ्वीराज चौहान का जन्म संवत् आनन्द विक्रम-शक 1115 या विक्रमी संवत् 1206 को, कहीं-कहीं 1166 ई. को इनका जन्म दर्शाया गया है। पृथ्वीराज चौहान का जन्म अजमेर-दिल्ली राज्य का अधिपति था। यह शाकम्भरी प्रदेश के चौहान राजा अर्णोराज का पौत्र व महाराज सोमेश्वर का पुत्र था। पृथ्वीराज की माता दिल्ली के तोमर राजा अनंगपाल की छोटी पुत्री कमला देवी थी। कमला की बड़ी बहन सुर सुन्दरी कन्नौज के राजा विजयपाल से ब्याही थी जिसका पुत्र राजा जयचंद हुआ। राजा जयचंद की पुत्री संयोगिता पृथ्वीराज की शूरवीरता से मोहित होकर उसकी ओर अपने पिता की मृत्यु के उपरान्त 11 वर्ष की आयु में इसने अजमेर का शासन 1169 ई. में सँभाला था. प्रारम्भ में एक वर्ष तक कर्पूरी देवी ने राजकार्य में पृथ्वीराज का सहयोग किया। कहीं-कहीं ऐसा लिखा मिलता है कि चौहानवंशी यह शासक 1173 ई. में सत्तारूढ़ हुआ। अपने जीवनकाल में पृथ्वीराज तृतीय ने 1182 ई. में भण्डानकों का दमन किया। पृथ्वीराज चौहान तृतीय के समय Prithviraj Chauhan Bio history in hindi Prithviraj Chauhan कन्नौज के गहढ़वाल वंशीय शासक जयचंद ने संयोगिता का स्वयंवर आयोजित किया जिसमें Prithviraj Chauhan का जन्म का अपमान करने की दृष्टि से उसकी पाषाण मूर्ति इसने पृथ्वीराज के शत्रु गजनी के सुल्तान शाहबुद्दीन मुहम्मद गोरी से दोस्ती कर ली ...

Prithviraj Chauhan Biography in Hindi

जीवन परिचय वास्तविक नाम पृथ्वीराज चौहान उपनाम भारतेश्वर, पृथ्वीराजतृतीय, हिन्दूसम्राट्, सपादलक्षेश्वर, राय पिथौरा व्यवसाय क्षत्रिय व्यक्तिगत जीवन जन्मतिथि 1 जून 1163 (आंग्ल पंचांग के अनुसार) जन्मस्थान पाटण, गुजरात, भारत मृत्यु तिथि 11 मार्च 1192 (आंग्ल पंचांग के अनुसार) मृत्यु स्थल अजयमेरु (अजमेर), राजस्थान आयु (मृत्यु के समय) 28 वर्ष राष्ट्रीयता भारतीय गृहनगर सोरों शूकरक्षेत्र, उत्तर प्रदेश (वर्तमान में कासगंज, एटा) कुछ विद्वानों के अनुसार जिला राजापुर, बाँदा (वर्तमान में चित्रकूट) धर्म हिन्दू वंश चौहानवंश परिवार पिता - सोमेश्वर माता - कर्पूरदेवी भाई - हरिराज (छोटा) बहन - पृथा (छोटी) प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां वैवाहिक स्थिति विवाहित पत्नी • जम्भावती पडिहारी • पंवारी इच्छनी • दाहिया • जालन्धरी • गूजरी • बडगूजरी • यादवी पद्मावती • यादवी शशिव्रता • कछवाही • पुडीरनी • शशिव्रता • इन्द्रावती • संयोगिता गाहडवाल बच्चे बेटा - गोविन्द चौहान बेटी - कोई नहीं पृथ्वीराज चौहान से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ • पृथ्वीराज चौहान का जन्म चौहान वंश के क्षत्रिय राजा सोमेश्वर चौहान और कर्पूरदेवी के घर हुआ था। • वह उत्तर भारत में 12 वीं सदी के उत्तरार्ध में अजमेर (अजयमेरु ) और दिल्ली के शासक थे। • विभिन्न मतों के अनुसार, पृथ्वीराज के जन्म के बाद पिता राजा सोमेश्वर ने अपने पुत्र के भविष्यफल को जानने के लिए विद्वान् पंडितों को बुलाया। जहां पृथ्वीराज का भविष्यफल देखते हुए पंडितों ने उनका नाम “पृथ्वीराज” रखा। • बाल्यावस्था से ही उनका बड़ा वैभवपूर्ण वातावरण में पालन-पोषण हुआ। • पांच वर्ष की आयु में, पृथ्वीराज ने अजयमेरु (वर्तमान में अजमेर) में विग्रहराज द्वारा स्थापित “सरस्वती कण्ठाभरण विद्यापीठ” स...

पृथ्वीराज चौहान का अमर इतिहास

भारत के इतिहास में सम्राट पृथ्वीराज चौहान का नाम अमर है। इस ब्लॉग पोस्ट History Of Samrat Prithviraj Chauhan In Hindi में महान वीर पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, कहानी और जीवनी बताई गई है। दिल्ली के शासक के रूप में भी उन्हें जाना जाता है। पृथ्वीराज चौहान दिल्ली के अंतिम हिन्दू शासक थे। पृथ्वीराज चौहान की वीरता और शौर्य की गाथा अजमेर की धरा आज भी बयां करती है। पृथ्वीराज चौहान ने तुर्क आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी को धूल चटा दी थी। पृथ्वीराज चौहान की जीवनी “Biography Of Prithviraj Chauhan In Hindi”, पृथ्वीराज चौहान की कहानी (Prithviraj Chauhan Story) और इतिहास को बताने का प्रयास है। पृथ्वीराज चौहान Contents • • • • • • सम्राट पृथ्वीराज चौहान का इतिहास – History Of Prithviraj Chauhan In Hindi महान राजपूत राजा पृथ्वीराज चौहान ( Prithviraj Chauhan) का जन्म वर्ष 1149 में हुआ था। उनके पिता महाराज सोमेश्वर अजमेर के शासक थे। पृथ्वीराज जी की माता का नाम कपूरी देवी था। बालक पृथ्वीराज बचपन से बहादुर थे। पृथ्वीराज तलवार और तीर चलाने में माहिर थे। यहां तक कि वो आवाज सुनकर ही लक्ष्य भेद दिया करते थे। जब पृथ्वीराज मात्र 11 वर्ष की आयु के थे, तब उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी। अजमेर राज्य पर शासक के रूप में उनका राजतिलक कर दिया गया। महाराज पृथ्वीराज की माता कपूरी देवी दिल्ली की थी। वह अपने पिता की इकलौती सन्तान थी, इसलिए दिल्ली राज्य का भी उत्तराधिकारी पृथ्वीराज चौहान को बनाया गया था। पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी से दो किस्से जुड़े हुए है। पहला रानी संयोगिता से विवाह और दूसरा मोहम्मद गौरी से लड़ाई। पृथ्वीराज चौहान और रानी संयोगिता की प्रेम कहानी (Story Of Prithviraj Chauhan And Rani Sanyogita) अजमेर के इ...

पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, लड़ाई, कहानी

पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, लड़ाई, जीवन परिचय, मित्र, पत्नी, बेटी, सच, वंशज, संयोगिता, प्रेम कहानी, जयंती, मृत्यु कैसे हुई, जाति विवाद (Prithviraj Chauhan ka itihas ) )story in Hindi Prithviraj Chauhan Biography, Serial, Wife, Sanyogita, Kahani, Birth, Death Reason, Friend, Movie ) पृथ्वीराज चौहान कौन थे? पृथ्वीराज चौहान का इतिहास (Prithviraj Chauhan ka itihas in Hindi )- पृथ्वीराज चौहान को मध्यकालीन भारत में अंतिम हिंदू सम्राट माना जाता है। इन्हें राय पिथौरा भी कहकर संबोधित किया जाता है। पृथ्वीराज चौहान अपने समय के एक महान शूरवीर और पराक्रमी हिंदू राजा थे। धनुर्विद्या में पृथ्वीराज चौहान को महारत हासिल थी। उन्हें शब्दभेदी बाण चलाने मे महारत थी। अंधेरे में भी वे सिर्फ आवाज पर सटीक निशान लगा सकते थे। इन्होंने अजमेर से लेकर दिल्ली तक शासन किया। अगर लेकिन हर बार दया दिखाते हुए उन्होंने गौरी को माफ कर दिया था। लेकिन अपने अंतिम युद्ध मे वे गौरी से हार गए। क्योंकि इस युद्ध में मुहमूद गौरी को जयचंद्र का साथ मिला। पृथ्वी राज बंदी बना लिए गये और उनकी दोनों आँखें निकलवा दी गई। लेकिन उन्होंने मरने के पहले महमूद गौरी को शव्द भेदी बान से हत्या कर अपना बदला पूरा कर लिया। पृथ्वी राज चौहान का इतिहास ( Prithviraj Chauhan ka itihas in HIndi) इस लेख में ऐसे ही महान राजा राजा पृथ्वीराज चौहान का इतिहास, कहानी, जीवन परिचय के बारें मे जानते हैं। पृथ्वीराज चौहान का जीवन परिचय Prithviraj Chauhan biography in Hindi • पृथ्वीराज चौहान जन्म तिथि – 1 जून 1163 ई. • जन्म स्थान – पाटन, गुजरात • माता का नाम – कर्पूरदेवी • पृथ्वीराज चौहान के पिता का नाम – सोमेश्वर चौहान • पृथ्वीराज चौहान के गुरु का नाम – राम...

पृथ्वीराज चौहान

राजवंश धर्म पृथ्वीराज तृतीय (शासनकाल: 1178–1192) जिन्हें आम तौर पर पृथ्वीराज चौहान कहा जाता है, शुरुआत में पृथ्वीराज ने कई पड़ोसी हिन्दू राज्यों के खिलाफ़ सैन्य सफलता हासिल की। विशेष रूप से वह ग़ौरी राजवंश के शासक ग़ौरी के प्रारम्भिक आक्रमण को भी रोका। हालाँकि, 1192 में ग़ौरी ने पृथ्वीराज को हराया और कुछ ही समय बाद उन्हें मार डाला। तराइन में उनकी हार को भारत की इस्लामी विजय में एक ऐतिहासिक घटना के रूप में देखा जाता है और कई अर्ध-पौराणिक लेखनों में इसका वर्णन किया गया है। इनमें सबसे लोकप्रिय अनुक्रम • 1 जानकारी के स्रोत • 2 प्रारम्भिक जीवन • 3 ग़ोरी से युद्ध • 3.1 तराईन का प्रथम युद्ध • 3.2 तराईन का द्वितीय युद्ध • 3.3 मृत्यु • 4 विरासत • 5 इन्हें भी देखें • 6 सन्दर्भ • 6.1 सन्दर्भसूची जानकारी के स्रोत पृथ्वीराज के शासनकाल के दौरान के शिलालेख संख्या में कम हैं और स्वयं राजा द्वारा जारी नहीं किए गए हैं। पृथ्वीराज का उल्लेख करने वाले अन्य वृत्तान्त और ग्रन्थों में प्रबन्ध चिन्तामणि, प्रबन्ध कोष और पृथ्वीराज प्रबन्ध शामिल हैं। उनकी मृत्यु के सदियों बाद इनकी रचना की गई थी और इसमें अतिशयोक्ति और काल दोष वाले उपाख्यान हैं। प्रारम्भिक जीवन पृथ्वीराज का जन्म चौहान राजा दिल्ली में अब खण्डहर हो चुके ग़ोरी से युद्ध मुख्य लेख: पृथ्वीराज के पूर्ववर्तियों ने 12वीं शताब्दी तक भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों पर कब्जा करने वाले मुस्लिम राजवंशों के कई हमलों का सामना किया था। 12वीं शताब्दी के अंत तक अगले कुछ वर्षों में मोहम्मद ग़ोरी ने पेशावर, सिंध और पंजाब को जीतते हुए, चौहानों के पश्चिम में अपनी शक्ति को मजबूत किया। उन्होंने अपना अड्डा ग़ज़नी से पंजाब कर दिया और अपने साम्राज्य ...

Prithviraj Chauhan History in Hindi

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