नवरात्रि का बैकग्राउंड

  1. Shardiya Navratri 2022:नवरात्रि में करें ये उपाय, मां आदिशक्ति की कृपा से जीवन में आएंगे चमत्कारी बदलाव
  2. Navratri 2022: नवरात्रि और Bollywood का है कुछ खास कनेक्शन, यकीन नहीं तो देख लें ये 5 फिल्में
  3. Navratri Puja 2023 : घर में नवरात्रि मनाने का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  4. chaitra navratri 2022 day 2 mata brahmacharini mantra arti vrat katha puja vidhi in hindi know navratri vrat story and importance


Download: नवरात्रि का बैकग्राउंड
Size: 79.32 MB

Shardiya Navratri 2022:नवरात्रि में करें ये उपाय, मां आदिशक्ति की कृपा से जीवन में आएंगे चमत्कारी बदलाव

Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि में करें ये उपाय, मां आदिशक्ति की कृपा से जीवन में आएंगे चमत्कारी बदलाव खास बातें Navratri 2022 Kalash Sthapana Muhurat, Puja Vidhi, Samagri In Hindi: आज से शक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। अगले 9 दिनों तक देवी दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की विशेष पूजा-आराधना की जाएगी। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना करते हुए मां के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा करने का विधान है। नवरात्रि में करें ये उपाय - फोटो : iStock शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल पताका अर्पित करें। मान्यता है कि इससे आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। साथ ही शारदीय नवरात्रि के दौरान शुभ मुहूर्त में कन्या पूजन करें उन्हें खीर पूड़ी खिलाएं तथा लाल कपड़ा भेंट कर उन्हें ससम्मान विदा करें। इससे आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। इसके अलावा यदि आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं, तो मां दुर्गा के मंदिर में जाकर उन्हें पीले फल और मिठाई का भोग लगाएं और पूजा स्थल पर पांच लौंग अर्पित करें। न चढ़ाएं ये फूल नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा में लाल रंग के पुष्प का उपयोग किया जाता है। दुर्गा पूजा में कमल, गुड़हल, गुलाब, गेंदा के फूल चढ़ाए जाते हैं। इस दौरान ध्यान रखें कि कनेर, धतूरा और मदार के पुष्प भूल से भी न चढ़ाएं। अक्षत नवरात्रि के दौरान पूजन सामग्री में अक्षत यानी चावल का स्थान प्रमुख होता है। लेकिन नवरात्र पूजन में अक्षत के प्रयोग में ये सावधानी बरतनी चाहिए कि चावल के दाने टूटे न हों। लहसुन-प्याज से बना भोग नवरात्रि के दौरान के आप जिस भोजन में देवी दुर्गा को भोग लगा रहे हैं, उसमें लहसुन और प्याज का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि लहसुन-प्याज को...

Navratri 2022: नवरात्रि और Bollywood का है कुछ खास कनेक्शन, यकीन नहीं तो देख लें ये 5 फिल्में

डीएनए हिंदी: इस साल शारदीय नवरात्रि (Navratri 2022) 26 सितंबर से शुरु हो रहा है. यही वजह है कि देश भर में भक्तिमय माहौल हो गया है. वहीं, बॉलीवुड इंडस्ट्री भी भक्ति में डूबी नजर आ रही है. फिल्मी सितारे भी इस पूजन की तैयारियां अभी से ही करने में जुट गए हैं और बेसब्री से मां के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा करने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, इस त्योहार के मौके फिल्में रिलीज होने का सिलसिला काफी समय से चला आ रहा है. बात फिल्मों की हो रही है तो बॉलीवुड की ऐसी कई फिल्में हैं जिनमें नवरात्रि (Navratri In Bollywood Films) के त्योहार को शानदार तरीके से दिखाया गया है. फिल्मों में नवरात्रि को आलीशान अंदाज में दिखाने के लिए फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली मशहूर हैं. वो अपनी कई फिल्मों में गुजराती बैकग्राउंड के किरदार दिखा चुके हैं. फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' इसका क्लासिक उदाहरण है. शाहरुख खान और पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान की फिल्म 'रईस' में भी नवरात्रि सेलीब्रेशन दिखाया गया था. इस फिल्म का गाना 'उड़ी उड़ी जाए' इसी त्योहार पर बेस्ड है. ये भी पढ़ें- वहीं, सुशांत सिंह राजपूत, राज कुमार राव और अमित साध स्टारर फिल्म 'काई पो चे' में भी नवरात्रि त्योहार का सेलीब्रेशन देखने को मिला. इस फिल्म का एक गाना 'शुभारंभ' इसी त्योहार के माहौल को लेकर शूट किया गया है. दिलचस्प बात ये भी है कि इन सभी फिल्मों में दिखाए गए नवरात्रि स्पेशल गाने जबरदस्त हिट साबित हुए हैं. देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में

Navratri Puja 2023 : घर में नवरात्रि मनाने का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हिंदूनवरात्रि का प्रमुख त्योहार है।नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है। पहली नवरात्रि मार्च-अप्रैल के महीने में मनाई जाती है। इसे चैत्र नवरात्रि या वसंत नवरात्रि कहा जाता है। दूसरी नवरात्रि सितंबर-अक्टूबर के महीने में पड़ती है और इसे शरद नवरात्रि कहा जाता है। नौ दिनों तक चलने वालीनवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा की जाती है। यह देश में लगभग हर जगह पूरे उत्साह और भक्ति के साथ मनाई जाती है। इस ब्लॉग में, हम शरद नवरात्रि पूजा मनाने की विधि (Navratri PujaVidhi)और नवरात्रि पूजा मुहूर्त (Navratri Puja 2023 Muhurat) के बारे में जानेंगे। शरद नवरात्रि आने वाली है। इसकी शुरुआत 26 सितंबर 2022 को होगी और यह 4 अक्टूबर 2022 तक रहेगी। नवरात्रि कब है, नवरात्रि पूजा का महत्व घर पर नवरात्रि पूजा के लिए माँ दुर्गा की एक सुंदर मूर्ति लाएँ (स्रोत: नवरात्रि मां दुर्गा के नौ अवतार नवदुर्गा को समर्पित है, जो अपने भक्तों को शक्ति और समृद्धि देती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी इन नौ शुभ दिनों के दौरान उपवास रखता है और देवी के नौ अवतारों की पूरी भक्ति से पूजा करता है, उसे माँ का आशीर्वाद मिलता है। मां दुर्गा उनकी सभी समस्याओं का समाधान करती हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। पूरे भारत में नवरात्रि पूजा कैसे मनाई जाती है? घर पर नवरात्रि पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से की जाती है (स्रोत: देश के अलग-अलग हिस्सों में नवरात्रि को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। उदाहरण के लिए, गुजरात में लोग डांडिया करके इस त्योहार को मनाते हैं। बंगाल में, सप्तमी से दशमी तक अंतिम चार दिनों के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, इसके दौरान पूजा अनुष्ठान किए जाते हैं और उत्सव का समापन दे...

chaitra navratri 2022 day 2 mata brahmacharini mantra arti vrat katha puja vidhi in hindi know navratri vrat story and importance

Chaitra Navratri April 2022 Day 2 Devi Maa Brahmacharini Mantra, Arti, Vrat Katha, Puja Vidhi in Hindi: हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत ही पवित्र माना गया है। साथ ही नवरात्र वर्ष में चार बार आता है। इनमें चैत्र और आश्विन मास के नवरात्र का विशेष महत्त्व है। चैत्र नवरात्र या वासंती नवरात्र से ही विक्रम संवत का आरंभ होता है। वहीं 2 अप्रैल 2022 से चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व आरंभ हो चुका है। जिसमें 9 दिनों तक मां जगदम्बा के 9 स्वरूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। वहीं 3 अप्रैल 2022, रविवार को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी। मां ब्रह्मचारिणी कौन हैं और इनकी पूजा का क्या महत्व है, आइए जानते हैं। जानिए कैसा है मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप: आपको बता दें कि ‘ब्रह्मचारिणी’ मां दुर्गा का दूसरा रूप हैं। इनकी उपासना नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती है। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली अर्थात तप का आचरण करने वाली मां ब्रह्मचारिणी। दुर्गा सप्तशती के अनुसार यह देवी शांत और निमग्न होकर तप में लीन हैं। साथ ही मुख पर कठोर तपस्या के कारण अद्भुत तेज और कांति का ऐसा अनूठा संगम है जो तीनों लोको को उजागर कर रहा है। देवी ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में अक्ष माला है और बायें हाथ में कमण्डल होता है। देवी ब्रह्मचारिणी साक्षात ब्रह्म का स्वरूप हैं अर्थात तपस्या का मूर्तिमान रूप हैं। इस देवी के कई अन्य नाम हैं जैसे तपश्चारिणी, अपर्णा और उमा। इस दिन साधक का मन ‘स्वाधिष्ठान ’चक्र में स्थित होता है। इस चक्र में अवस्थित साधक मां ब्रह्मचारिणी जी की कृपा और भक्ति को प्राप्त करता है और मां भक्त को आशीर्वाद देतीं हैं। इन चीजों का लगाएं भोग: भगवती को नवरात्र के दूसरे दिन चीनी का भोग लगाना...