मिश्र वाक्य चे उदाहरण

  1. रचना के आधार पर वाक्य भेद, सरल, मिश्र, संयुक्त, उद्देश्य, विधेय, उपवाक्य rachna ke adhar par waky bhed
  2. पिता ने समझाया कि सदा सत्य बोलना चाहिए। यह वाक्य उदाहरण है
  3. वाक्य की परिभाषा, वाक्य के प्रकार और उदाहरण
  4. [Solved] निम्नलिखित में से वाक्
  5. वाक्य: परिभाषा, भेद और उदाहरण
  6. मिश्र वाक्य (परिभाषा एवं उदाहरण)
  7. Mishra Vakya ke Udaharan (Hindi)
  8. सयुंक्त वाक्य (परिभाषा एवं उदाहरण)


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रचना के आधार पर वाक्य भेद, सरल, मिश्र, संयुक्त, उद्देश्य, विधेय, उपवाक्य rachna ke adhar par waky bhed

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • वाक्य के घटक / अंग जिन अवयवों को मिलाकर वाक्य की व्यवस्थित रचना होती है इन्हें वाक्य के घटक कहते हैं । वाक्य के मुख्यतः दो घटक या अंग होते हैं। 1- उद्देश्य 2- विधेय 1- वाक्य में उद्देश्य वाक्य में ज़िसके बारे में कुछ कहा जाय वही उस वाक्य का उद्देश्य कहा जाता है । उद्देश्य को दूसरे अर्थों में कर्ता और और कर्ता का विस्तार कहते हैं। उदाहरण १- सोहन क्रिकेट खेलता है। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में सोहन उद्देश्य है। २- सोहन का भई मोहन क्रिकेट खेलता है। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘सोहन का भाई मोहन’ उद्देश्य है। ३- बालक स्कूल जा रहे हैं। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘बालक’ उद्देश्य है। ४- दशरथ-पुत्र राम ने रावण को मारा। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘दशरथ-पुत्र राम’ उद्देश्य है। २- वाक्य में विधेय उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाय वह विधेय है । इसके अंतर्गत क्रिया और क्रिया का विस्तार, कर्म और कर्म का विस्तार आ जाता है। उदाहरण १- सोहन क्रिकेट खेलता है। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘क्रिकेट खेलता है ‘ विधेय है। २- सोहन का भई मोहन क्रिकेट खेलता है। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘क्रिकेट खेलता है ‘ विधेय है। ३- बालक स्कूल जा रहे हैं। स्पष्टीकरण- उपर्युक्त वाक्य में ‘स्कूल जा रहे हैं’ विधेय है। ४- दशरथ-पुत्र राम ने रावण को मारा। स्पष्टीकरण– उपर्युक्त वाक्य में ‘रावण को मारा’ विधेय है। रचना के आधार पर वाक्य भेद रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद हैं ।1- साधारण वाक्य 2- मिश्र वाक्य 3- संयुक्त वाक्य साधारण वाक्य की पहचान, उदाहरण सामान्यतः जिस वाक्य में एक कर्ता और एक क्रिया या एक उद्देश्य और एक विधेय होता है वहाँ साधारण ...

पिता ने समझाया कि सदा सत्य बोलना चाहिए। यह वाक्य उदाहरण है

Correct Answer - Option 3 : मिश्र वाक्य का पिता ने समझाया कि सदा सत्य बोलना चाहिए। यह वाक्य मिश्र वाक्य का उदाहरण है रचना के आधार पर वाक्य के दो प्रकार होते है। सरल वाक्य मिश्र वाक्य जिस वाक्य में एक ही विधेय होता है, उसे सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते हैं, इन वाक्यों में एक ही क्रिया होती है। जिन वाक्यों में एक मुख्य या प्रधान वाक्य हो और अन्य आश्रित उपवाक्य हों, उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं। रानी गाती है वह राम है जो हंसकर बोला Categories • • (31.9k) • (8.8k) • (764k) • (248k) • (2.9k) • (5.2k) • (664) • (121k) • (72.1k) • (3.8k) • (19.6k) • (1.4k) • (14.2k) • (12.5k) • (9.3k) • (7.7k) • (3.9k) • (6.7k) • (63.8k) • (26.6k) • (23.7k) • (14.6k) • (25.7k) • (530) • (84) • (765) • (49.1k) • (63.8k) • (1.8k) • (59.3k) • (24.5k)

वाक्य की परिभाषा, वाक्य के प्रकार और उदाहरण

इस पेज पर हम वाक्य की समस्त जानकारी विस्तार से पड़ेगें तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए। पिछले पेज पर हमने चलिए आज हम वाक्य की समस्त जानकारी को पढ़ते और समझते हैं। वाक्य किसे कहते हैं शब्दों का ऐसा व्यवस्थित रूप जिससे मनुष्य अपने विचारों का आदान प्रदान करता है उसे वाक्य कहते हैं। एक सामान्य वाक्य में क्रमशः कर्ता, कर्म और सरल शब्दों में, वाक्य का प्रयोग हम रोजाना किसी भी बात को प्रकट करने लिए करते हैं। शब्दों के सही विन्यास के संकलन को वाक्य कहा जाता हैं। प्रत्येक वाक्य का एक सही अर्थ होता हैं। यदि आप किसी भी वाक्य का गलत उपयोग करते है तो आपकी बात का अर्थ भी गलत होता है। यदि किसी वाक्य का अर्थ सही है तो वह वाक्य स्वतः सही माना जाता हैं। वाक्यांश किसे कहते हैं शब्दों का ऐसा समूह जिसका अर्थ तो निकलता है किन्तु पूरा-पूरा अर्थ नहीं निकलता वाक्यांश कहलाता हैं। उदाहरण :- • दरवाजे पर • वृक्ष के नीचे • छत के ऊपर इन वाक्यो का अर्थ तो निकलता है किन्तु पूरा-पूरा अर्थ नहीं निकलता इसलिये ऐसे वाक्यों को वाक्यांश कहाँ जाता हैं। वाक्य के प्रकार वाक्य दो प्रकार के होते हैं। • रचना के आधार पर • अर्थ के आधार पर रचना के आधार पर रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं। • सरल वाक्य • संयुक्त वाक्य • मिश्र वाक्य (i). सरल वाक्य :- सरल वाक्य में एक उद्देश्य के साथ-साथ केवल एक ही समायिका और एक विधेय होते हैं वो सरल वाक्य कहलाते हैं। उदाहरण :- श्यामू स्कूल जाता हैं। (ii). संयुक्त वाक्य :- दो या दो से अधिक सरल वाक्य योजक शब्दों के द्वारा जुड़कर बनते हैं संयुक्त वाक्य को विभाजित करने पर पुनः सरल वाक्य प्राप्त होते हैं। उदाहरण :- मोहन आया और सो गया। (iii). मिश्र वाक्य :- जिन वाक्यों में एक प्रधान उपवाक...

[Solved] निम्नलिखित में से वाक्

दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'मिश्र वाक्य ’है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। • 'वह इसीलिए बाजार गया क्योंकि उसे फल खरीदने थे |'यह वाक्यमिश्र वाक्यका उदाहरण है। • मिश्र वाक्योँ की रचना एक से अधिक ऐसे साधारण वाक्योँ से होती है, जिनमेँ एक प्रधान वाक्य होता है एवं दूसरा वाक्य आश्रित होता है। • मिश्र वाक्य में प्रधान वाक्य को आश्रित उपवाक्य से जोड़ने के लिए जो आपस में ‘कि’; ‘जो’; ‘क्योंकि’; ‘जितना’; ‘उतना’; ‘जैसा’; ‘वैसा’; ‘जब’; ‘तब’; ‘जहाँ’; ‘वहाँ’; ‘जिधर’; ‘उधर’; ‘अगर/यदि’; ‘तो’; ‘यद्यपि’; ‘तथापि’; आदि का प्रयोग किया जाता है। • विधिवाचक वाक्य - वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है, वह विधि याविधानवाचक वाक्य कहलाता है। • उदाहरण -भारत एक देश है। रचना की दृष्टि से वाक्य के तीन भेद है: सरल वाक्य जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है, उसे सरल वाक्य कहते हैं। राजू पानी लाया। मिश्र वाक्य जिस वाक्य में एक साधारण वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई दूसरा उपवाक्य हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। राम उस मकान में रहता है जहां पहले कभी श्याम रहता था। संयुक्त वाक्य जिस वाक्य में साधारण अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अवयवों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। दान करना अच्छी चीज है, दान लेना एक मजबूरी।

वाक्य: परिभाषा, भेद और उदाहरण

vakya vichar, vakya ke bhed वाक्य दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं। “वाक्य पदों का वह व्यवस्थित समूह है, जिसमें पूर्ण अर्थ देने की शक्ति है।” (क) राम ने रावण को वाण से मारा। (ख) विद्या मनुष्य को नम्रता सिखाती है। वाक्य के अंग उद्देश्य और विधेय वाक्य के अनिवार्य अंग या खंड होते हैं। 1. उद्देश्य वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाए, उसे सूचित करने वाले शब्दों को ‘उद्देश्य’ कहते हैं। उद्देश्य प्राय: ‘कर्ता’ होता है। जैसे- (क) लड़का खेल रहा है। (ख) राम दौड़ रहा है। (ग) सुरेश पढ़ रहा है। उपरोक्त वाक्यों में ‘लड़का’, ‘राम’ और ‘सुरेश’ उद्देश्य हैं; क्योंकि इनके बारे में कुछ कहा गया है। उद्देश्य की रचना प्राय: चार प्रकार से होती है- ( i) संज्ञा से- रामसिंह चढ़ा। ( ii) सर्वनाम से- वह चढ़ा। ( iii) विशेषण से- सवार चढ़ा। ( iv) वाक्यांश से- स्वतंत्रता का पुजारी चढ़ा। उपरोक्त वाक्यों में उद्देश्य वाचक शब्द भले ही अलग-अलग हों; किंतु उद्देश्य और विधेय एक ही हैं। 2. विधेय वाक्य में ‘उद्देश्य’ के बारे में जो कुछ कहा जाए; उसे सूचित करने वाले शब्द को ‘विधेय’ कहते हैं। उदाहरण- (क) लड़का खेल रहा है। (ख) राम दौड़ रहा है। (ग) सुरेश पढ़ रहा है। उपरोक्त वाक्यों में ‘खेल रहा है’, ‘दौड़ रहा है’ और ‘पढ़ रहा है’ विधेय हैं; क्योंकि इनके द्वारा उद्देश्य के बारे में कुछ कहा जा रहा है। #कई बार वाक्य में उद्देश्य प्रकट रूप में दिखाई नहीं देता है; जैसे- उद्देश्य विधेय (क) (आप) खाना खाइए। (ख) (तुम) यहाँ आओ। उपरोक्त वाक्यों में उद्देश्य का लोप है। ‘आप’ और ‘तुम’ के बिना भी ये वाक्य पूर्ण हैं। लेकिन दोनों शब्द वाक्य में अप्रगट रूप में निहित हैं। #इसी प्रकार कई बार वाक्य में विधेय भी प्रकट...

मिश्र वाक्य (परिभाषा एवं उदाहरण)

विषय सूची • • • • • मिश्र वाक्य किसे कहते है? (Mishra Vakya Kise Kahate Hain) मिश्र वाक्य की परिभाषा: ऐसे वाक्य जिनमें मिश्र वाक्य में मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय के अलावा एक या अधिक समापिका क्रियाएं होती है। मिश्र वाक्य के निर्माण में प्रधान वाक्य और आश्रित उपवाक्य को जोड़ने के लिए बहुत सारे संयोजक अव्यय का प्रयोग होता है। जैसे: आपस में, कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, यद्यपि, यदि, अगर, तो इत्यादि। मिश्रित वाक्य में उपवाक्य के प्रकार मिश्रित वाक्य में तीन तरह के उप वाक्यों का प्रयोग होता है, जो निम्नलिखित है: संज्ञा उपवाक्य: प्रस्तुत उपवाक्य में जो संज्ञा का काम करता है, उसे ही संज्ञा उपवाक्य कहते हैं। वाक्य में संज्ञा उपवाक्य वही होता है, जहां पर “कि” अव्यय शब्द का उपयोग किया हुआ होता है। उदाहरण • मैं चाहती थी कि तुम यहां पर आओ। • मुझे तुम पर विश्वास है कि तुम परीक्षा में पास हो जाओगे। • उसने कहा कि अब वह यहां काम नहीं करेगा। • वह तुमसे इतना प्यार करता है कि वह तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता है। • ऐसा लगता है कि तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है। विशेषण उपवाक्य: विशेषण उपवाक्य उन्हें कहते हैं, जो प्रधान वाक्य के संज्ञा की विशेषता बताता है। उदाहरण • कल जो तुम्हारे घर पर आया था, वह मेरा भाई है। • तुम जिस कुर्सी पर बैठने वाली हो, वह कुर्सी टूटी हुई है। • मैंने उस आदमी के हाथ में फुल थमाया था, जिसके हाथ में चोट लगी थी। • मैंने कल बाजार में उस लड़की को देखा, जिसने लाल रंग के बेड को लटकाया हुआ था। • आप जिसके बारे में पूछ रहे हैं, वो तो अब इस विद्यालय में नहीं पड़ता है। क्रिया विशेषण उपवाक्य: क्रिया विशेषण उपवाक्य उसे कहते हैं, जिसके कारण प्रधान...

Mishra Vakya ke Udaharan (Hindi)

“यह घर बहुत महंगा है, और वह घर बहुत छोटा है” इस पूरे वाक्य को यदि आप ध्यान से देखेंगे तो पाएँगे कि इसमे अल्पविराम और संयोजन शब्द के द्वारा दो स्वतंत्र वाक़्यो को एक साथ जोड़ा गया है, इससे आप अंदाज़ा लगा सकते है हम यहा किस बारे में बात कर रहे है, हाँ मिश्र वाक्य के बारे में, इस पोस्ट के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गयी है कि मिश्र वाक्य क्या होता है? जानिए Mishra Vakya in Hindi और Mishra Vakya ke Udaharan Mishra Vakya स्कूल की पढ़ाई में हिन्दी विषय और हिंदी व्याकरण भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, हिंदी व्याकरण का पूरा ज्ञान होना भी जरूरी होता है, क्योकि हिन्दी परीक्षा में इससे संबंधित कुछ सवाल अवश्य ही पूछे जाते हैं। मिश्र वाक्य भी हिन्दी व्याकरण का हिस्सा है यहा कई सारे मिश्र वाक्य के उदाहरण दिए गये है जिनको पढ़कर मिश्र वाक्य को आसानी से समझा जा सकता है और ये आपके परीक्षा के लिए भी मदद करेंगे! 3.2 Read More मिश्र वाक्य क्या है? (Mishra Vakya kya hota hai/kise kahate hain/Meaning/Matlab in Hindi) दो या दो से अधिक साधारण वाक्य से निर्मित वाक्य मिश्र वाक्य की श्रेणी में आते है, जिसमे एक प्रधान वाक्य होता है और दूसरा आश्रित वाक्य होता है और ये दोनो किसी एक संयोजन शब्द या अल्पविराम से जुड़े होते है। यानी, मिश्र वाक्य उन वाक़्यो को कहा जाता है जिनमें किसी एक सरल वाक्य के साथ दूसरा अन्य वाक्य या उपवाक्य जुड़ा होता है। जैसे कि यहा बताया है कि मिश्र वाक्य ( Mishra Vakya) दो वाक़्यो प्रधान और उपवाक्य से बने होते है, इनमे दूसरा वाक्य पहले वाक्य पर आश्रित होता है और इसको पहले वाक्य से जोड़ने के लिए एक संयोजक शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, ये संयोजक शब्द (Conjunction) कई तरह के हो ...

सयुंक्त वाक्य (परिभाषा एवं उदाहरण)

Sanyukt Vakya: हिंदी भाषा पढ़ने वाले कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के विद्यार्थियोंको परीक्षा में सयुंक्त वाक्य की परिभाषा (sanyukt vakya ki paribhasha), सयुंक्त वाक्य क्या होता है (sanyukt vakya kya hota hai) और सयुंक्त वाक्य के उदाहरण (sanyukt vakya ke udaharan) पूछे जाते है। इस आर्टिकल की मदद से आप सरल वाक्य को आसानी से समझ सकते हो । Sanyukt Vakya वाक्य के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें सयुंक्त वाक्य किसे कहते है? (Sanyukt Vakya Kise Kahate Hain) सयुंक्त वाक्य की परिभाषा: ऐसे वाक्य जिनमें दो या दो से अधिक उपवाक्य शामिल हो एवं सभी उपवाक्य प्रधान हो, उन वाक्य को संयुक्त वाक्य कहा जाता है। संयुक्त वाक्य जिसमें दो या दो से अधिक जैसे: गीता टीवी देख रही है लेकिन मोहन सो रहा है। उपरोक्त वाक्य में आप देख सकते हैं यहां पर 2 वाक्य है, जो संयोजक ‘लेकिन’ से जुड़े हुए हैं और यहां पर दोनों ही वाक्य स्वतंत्र साधारण वाक्य है। प्रत्येक वाक्य में खुद का क्रिया और कर्ता है, जिससे उपरोक्त वाक्य में किसी भी एक वाक्य को हटा देने पर भी अन्य वाक्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। संयोजक अभियोग के रूप में बहुत सारे शब्द जैसे: और, एवं, फिर, या, अथवा, परंतु, इसलिए, तथा, तो, नहीं तो, भी, किंतु इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता है। इन शब्दों के माध्यम से संयुक्त वाक्य का निर्माण होता है। इन समानाधिकरण संबंधबोधक अव्ययो का अलग-अलग तरह से बोध कराने के लिए प्रयोग होता है। जैसे परिणाम बोधक के लिए “इसलिए” का प्रयोग होता होता है। वहीँ “किंतु परंतु” का प्रयोग विरोध दर्शक की तरह होता हैं। “या” एक विभाजक का कार्य होता है एवं “और” एक संयोजक की तरह प्रयोग होता है। संयुक्त वाक्य के 5 उदाहरण दीजिए यहाँ...