Maa kalratri ki katha

  1. Maa Kaalratri Ki Upasana
  2. Maa Kalratri Katha
  3. माँ कालरात्रि की कथा
  4. आज होगी मां कालरात्रि की पूजा, जानिए विधि, मंत्र, आरती और कथा


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Maa Kaalratri Ki Upasana

Navratri Ke Saatve Din Kare Maa Kaalratri Ki Upasana नवरात्रि के सातवें दिन करें माँ कालरात्रि की उपासना नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा किये जाने का विधान हैं। आदिशक्ति देवी दुर्गा का सातवाँ स्वरूप है माँ कालरात्रि। हिंदु धर्मग्रंथों में माँ कालरात्रि को देवी पार्वती के समान ही माना जाता हैं। माँ कालरात्रि की उपासना करने से जातक सभी प्रकार के भय से मुक्त हो जाता हैं। माँ कालरात्रि विषम परिस्थितियों का नाश करने वाली हैं। माँ कालरात्रि को साहस और वीरता का प्रतीक माना जाता हैं। माता ने यह रूप दुष्टों का नाश करने के लिये धारण किया था। माँ कालरात्रि के विभिन्न नाम: काली, महाकाली, भद्रकाली, चामुंडा, चंडी, भैरवी, दुर्गा, मृत्यु, रुद्राणी, रौद्री और धुमोरना। Maa Kaalratri Ka Swaroop माँ कालरात्रि का स्वरूप • माता कालरात्रि के शरीर का रंग बिल्कुल रात्रि के समान काला हैं। उनके बाल बिखरे हुये हैं। • देवी कालरात्रि ने गले में विद्युत की माला धारण की हैं। • माँ कालरात्रि के तीन आँखें हैं। • माँ कालरात्रि की सवारी गदर्भ (गधा) हैं। • देवी कालरात्रि ने चतुर्भुज रूप धारण किया हैं। जिसमें देवी के चार हाथ है, दाहिनी तरह का एक हाथ अभय मुद्रा में है, जिससे वो अपने भक्तों को निर्भय करती हैं। और दाहिनी तरह का दूसरा हाथ वर मुद्रा धारण किया है, जिससे वो अपने भक्तों को मनोवांछित वरदान प्रदान करती हैं। माँ कालरात्रि ने बायी ओर के एक हाथ वज्र धारण किया हुआ है और दूसरे में गंड़ासा धारण किया हुआ हैं। Maa Kaalratri Ki Katha माँ कालरात्रि की पौराणिक कथा पौराणिक कथानुसार शुंभ और निशुंभ नाम के दो दैत्यों ने अपनी शक्ति के बल पर स्वर्गलोक पर अधिकार कर लिया और देवताओं को वहाँ से अपदस्थ कर दिया। श...

Maa Kalratri Katha

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माँ कालरात्रि की कथा

INH, Chaitra Navratri 2023 Day 7 Maa Kalratri: चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन | दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु #ChaitraNavratri #navratri #maakalratri #chaitranavratriaarti #chaitranavratri #navratri #navratrispecial #gudipadwa #ugadi #matarani #trending #maaskandamata #INH24x7 #Haribhoomi #MadhyaPradeshNews #ChhattisgarhNews #LatestNews #BreakingNews #TodayNews Source : ANI \ Studio \ INH Reporters \ Agencies Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in the favor of fair use. आईएनएच 24x7 मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्यूज चैनल है। यह चैनल देश के बहुप्रतिष्ठित हिंदी दैनिक समाचार पत्र समूह हरिभूमि का ही ऑर्गेनाइजेशन है। आईएनएच 24x7 न्यूज चैनल राजनीति, क्राइम, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है। आईएनएच 24x7 न्यूज चैनल की लाइव खबरें एवं ब्रेकिंग न्यूज के लिए बने रहें। आईएनएच 24x7 के साथ देखिये देश-प्रदेश की सभी महत्वपूर्ण और ताजातरीन खबरें... Watch the Latest Hindi News Live on INH 24x7 लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे New Youtube Channel “INH 24x7” को Subscribe करें। INH 24x7 is The Best Hindi News Channel of Madhya Pradesh and Chhattisgarh. This Channel is the organization of the country's most Prestigious Hindi daily News Paper Gro...

आज होगी मां कालरात्रि की पूजा, जानिए विधि, मंत्र, आरती और कथा

चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन दुर्गा मां के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है। मां दुर्गाजी का सप्तम् स्वरूप मां कालरात्रि देवी का है । दुर्गा मां की पूजा का सातवां दिन भी नवरात्रि के दिनों में बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। सदैव शुभ फल देने के कारण इनको शुभंकरी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से काल का नाश होता है। मां के इस स्वरूप को वीरता और साहस का प्रतीक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां कालरात्रि की कृपा से भक्त हमेशा भयमुक्त रहता है, उसे अग्नि, जल, शत्रु आदि किसी का भी भय नहीं होता। जानिए नवरात्रि के तीसरे दिन की पूजा विधि, व्रत कथा, आरती, मंत्र, मुहूर्त… पूजा विधि: नवरात्रि के सातवें दिन सुबह में स्नानादि से निवृत होने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर मां कालरात्रि की विधि विधान से पूजा अर्चना करें। देवी को अक्षत्, धूप, गंध, रातरानी पुष्प और गुड़ का नैवेद्य आदि विधिपूर्वक अर्पित करें। अब दुर्गा आरती करें। इसके बाद ब्राह्मणों को दान दें, इससे आकस्मिक संकटों से आपकी रक्षा होगी। मां कालरात्रि की आरती और पूजा के समय अपने सिर को खुला न रखें। पूजा के समय सिर पर साफ रूमाल आदि रख लें। इसके अलावा, सप्तमी के दिन रात में विशेष विधान के साथ देवी की पूजा की जाती है। ध्यान: करालवंदना धोरां मुक्तकेशी चतुर्भुजाम्। कालरात्रिं करालिंका दिव्यां विद्युतमाला विभूषिताम॥ दिव्यं लौहवज्र खड्ग वामोघोर्ध्व कराम्बुजाम्। अभयं वरदां चैव दक्षिणोध्वाघः पार्णिकाम् मम॥ महामेघ प्रभां श्यामां तक्षा चैव गर्दभारूढ़ा। घोरदंश कारालास्यां पीनोन्नत पयोधराम्॥ सुख पप्रसन्न वदना स्मेरान्न सरोरूहाम्। एवं सचियन्तयेत् कालरात्रिं सर्वकाम् समृध्दिदाम्॥ स्तोत्र पाठ: हीं कालरात्रि श्री कराली ...