लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका होती है लिखिए

  1. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं की चर्चा करें। from सामाजिक विज्ञान राजनितिक दल Class 10 CBSE
  2. NCERT Solutions for Class 10 Social Science Civics Chapter 8 (Hindi Medium)
  3. What is the role of political parties in protecting democracy?
  4. 315. लोकतंत्र में राजनैतिक दलों की सकारात्मक भूमिका क्या है? – वेद : विश्‍व संविधान
  5. राजनीतिक पार्टी एन सी ई आर टी अभ्यास प्रश्न के उत्तर क्लास 10 नागरिक शास्त्र
  6. राजनीतिक दल का क्या अर्थ है


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लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं की चर्चा करें। from सामाजिक विज्ञान राजनितिक दल Class 10 CBSE

निम्नलिखित उद्धरण को पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्नों का जवाब दें: मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हैं। गरीबों के आर्थिक और सामाजिक विकास के प्रयासों के लिए उन्हें अनेक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। उन्हें और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक को संयुक्त रुप से वर्ष 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया। फरवरी 2007 में उन्होंने एक राजनीतिक दल बनाने और संसदीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनका उद्देश्य सही नेतृत्व को उभारना, अच्छा शासन देना और नए बांग्लादेश का निर्माण करना हैं। उन्हें लगता है कि पारंपरिक दलों से अलग एक नए राजनीतिक दल से ही नई राजनीतिक संस्कृति पैदा हो सकती है। उनका दल निचले स्तर से लेकर ऊपर तक लोकतांत्रिक होगा। नागरिक शक्ति नामक इस नये दल के गठन से बांग्लादेश में हलचल मच गई है। उनके फैसले को काफी लोगों ने पसंद किया तो अनेक को यह अच्छा नहीं लगा। एक सरकारी अधिकारी शाहेदुल इस्लाम ने कहा, मुझे लगता है कि अब बांग्लादेश में अच्छे और बुरे के बीच चुनाव करना संभव हो गया है। यह सरकार न केवल भ्रष्टाचार से दूर रहेगी बल्कि भ्रष्टाचार और काले धन की समाप्ति को भी अपनी प्राथमिकता बनाएगी।' पर दर्शकों से मुल्क की राजनीति में रुतबा रखने वाले पुराने दलों के नेताओं में संशय है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के एक बड़े नेता का कहना है: 'नोबेल पुरस्कार जीतने पर क्या बहस हो सकती है पर राजनीति एकदम अलग चीज़ है। एकदम चुनौती भरी और अक्सर विवादास्पद।' कुछ अन्य लोगों का स्वर और कड़ा था। वे उनके राजनीति में आने पर सवाल उठाने लगे। एक राजनीतिक प्रेक्षक ने कहा, 'देश से बाहर की ताकतें उन्हें राजनीति पर थोप रही हैं।' (क) क्या आपको लगता है कि यूनुस से नयी राजनीतिक पार्टी बनाकर ठीक कि...

NCERT Solutions for Class 10 Social Science Civics Chapter 8 (Hindi Medium)

• NCERT Solutions for Social Science • Class 10 Social Science in Hindi Medium • Class 9 Social Science in Hindi Medium • Class 8 Social Science in Hindi Medium • Class 7 Social Science in Hindi Medium • Class 6 Social Science in Hindi Medium • NCERT Solutions for Class 10 • NCERT Solutions for Class 9 • NCERT Solutions for Class 11 1. राजनीतिक सुधार से क्या तात्पर्य है? (क) राजनीतिक दलों में सुधार को राजनीतिक सुधार कहा जाता है (ख) लोकतंत्र की विभिन्न चुनौतियों के बारे में सभी सुझाव या प्रस्ताव लोकतांत्रिक सुधार या राजनीतिक सुधार कहे जाते हैं। (ग) राजनीतिक व्यवस्था में सुधार (घ) राजनीतिक गतिविधियों में सुधार। 2. लोकतंत्र की परिभाषा या अर्थ बताएँ। (क) लोकतंत्र शासन का वह स्वरूप है जिसमें लोग अपने शासकों का चुनाव करते हैं। (ख) लोकतंत्र संसदीय शासन प्रणाली का दूसरा रूप है। (ग) लोकतंत्र विभिन्न प्रकार चुनौतियों का सामना करता है। (घ) अफसरशाही के माध्यम से चलाया जाने वाला शासन लोकतंत्र कहलाता है। 3. एक अच्छे लोकतंत्र को किस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है? (क) एक अच्छे लोकतंत्र में शासक को जनता चुने और जनता की भावनाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप शासक काम करे । (ख) अच्छे प्रशासक और अच्छे प्रशासनिक तंत्र अच्छे लोकतंत्र के गुण हैं। (ग) शासन में जनता की भागीदारी ही अच्छे लोकतंत्र के गुण हैं। (घ) जनता को अधिक से अधिक अधिकार मिलना ही अच्छे लोकतंत्र की विशेषता है। 4. लोकतांत्रिक सुधारों को किस प्रकार लागू किया जा सकता है? (क) लोकतांत्रिक सुधारों को कानून और विभिन्न नीतियों या फार्मूलों से लागू किया जा सकता है। (ख) लोकतांत्रिक सुधारों को प्रशासनिक तंत्र द्वारा लागू किया जा सकता है। (ग) लोकत...

What is the role of political parties in protecting democracy?

लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की भूमिका लोकतंत्र की रक्षा में राजनीतिक दलों की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि राजनीतिक दल लोकतंत्र का अभिन्न अंग हैं। राजनीतिक दलों से जुड़े लोग ही संसद और विधानसभा में जाकर लोकतंत्र को मजबूत करने का काम करते हैं। वे ही नीति निर्माता बनते हैं। इसलिए राजनीतिक दलों की लोकतंत्र में भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। राजनीतिक दलों से जुड़े लोग साफ सुथरी छवि के हों, तो लोकतंत्र मजबूत होता है। -नरेन्द्र शोभागमल मेघवाल, कोटा ..............

315. लोकतंत्र में राजनैतिक दलों की सकारात्मक भूमिका क्या है? – वेद : विश्‍व संविधान

8. अ स्य पी त्वा श॑तक्रतो घ नो वृ त्राणा॑मभवः। प्रा वो वाजे॑षु वा जिन॑म् ।। 8. अस्य पीत्वा= इसका पान कर। शतक्रतो= हे शतक्रतु! (तुम)। घनो वृत्राणाम्= वृत्रों को हनन करने में सक्षम। अभवः= हुए। प्र अवः= भलीभाँति रक्षा करने वाले हुए। वाजेषु= धर्मयुद्धों में। वाजिनम्= धर्मयोद्धा की। 8. इसका पान कर, हे शतक्रतु! 24 (तुम) वृत्रों को हनन करने में सक्षम हुए 25 भलीभाँति रक्षा करने वाले हुए, धर्मयुद्धों में धर्मयोद्धा की। 26 यह एक राष्ट्र की बात हो रही है, किसी दुश्मन राष्ट्र से व्यवहार नहीं किया जा रहा है। यहाँ दुश्मनी वाले व्यवहार की आवश्यकता नहीं है। किन्तु क्या राजनीति ऐसी चल रही है? संसद में क्या इस प्रकार से बहस होती है? अपने राष्ट्र के लिए क्या हितकर है, क्या इसके लिए बहस होती है? प्रतिनिधि इसी कार्य के लिए चुनकर भेजे जाते हैं। किन्तु यह चर्चा ही नहीं होती। संसद में हंगामा करने के स्थान पर और कुछ नहीं होता। इस कारण अनेकों बिल पास नहीं हो पाते। संसद में वही बिल प्रस्तुत किया जाता है, जिसकी राष्ट्र की व्यवस्था में कहीं न कहीं आवश्यकता है, उसमें सबको अपना सुझाव देना चाहिये, क्योंकि राष्ट्र हित तो सबका लक्ष्य है। किन्तु वहाँ विरोध की खुली राजनीति होती है। यह राजनीति वे लोग कर रहे हैं, जो जनता के प्रतिनिधि हैं, वे ही जनता का हित नहीं होने देते। जनता के हित में बिल पास नहीं होने देते, क्या यह लोकतंत्र है? इस मंत्र के अनुसार जो कोई जनहित में रूकावट बन रहा है, उसका हनन आवश्यक है। जनहित के कार्य में कहीं कोई बाधा नहीं होना चाहिये। जनहित क्या है, यह स्पष्ट होना चाहिये। प्रत्येक राजनैतिक दल की अपनी एक विचारधारा है, जिसके आधार पर वे जनहित करने का एक व्यवहारिक कार्यक्रम और नीति प्रस्तुत करत...

राजनीतिक पार्टी एन सी ई आर टी अभ्यास प्रश्न के उत्तर क्लास 10 नागरिक शास्त्र

राजनीतिक पार्टी NCERT Abhyas प्रश्न 1. लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं की चर्चा करें। उत्तर: राजनीतिक दलों की निम्न भूमिका होती है: • चुनाव लड़ना • सरकार बनाना और सरकार चलाना • चुनाव हारने वाली पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाती है। • राजनीतिक दल लोगों को सरकारी मशीनरी से जोड़ते हैं और लोगों तक सरकार की समाज कल्याण योजनाएँ पहुँचाते हैं। • जनता की धारणा को बनाते हैं, नियम और कानून बनाते हैं। प्रश्न 2. राजनीतिक दलों के सामने क्या चुनौतियाँ हैं? उत्तर: राजनीतिक दलों के सामने विभिन्न चुनौतियाँ निम्नलिखित हैं: • आंतरिक लोकतंत्र का अभाव • वंशवाद • पैसा और अपराधी तत्वों का प्रभाव • एक सकारात्मक विकल्प देने की अक्षमता प्रश्न 3. राजनीतिक दल अपना कामकाज बेहतर ढ़ंग से करें, इसके लिए उन्हें मजबूत बनाने के कुछ सुझाव दें। उत्तर: राजनीतिक दल के बेहतर कामकाज और मजबूती के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं: • राजनीतिक पार्टी के आंतरिक कामकाज को व्यवस्थित करने के लिये एक कानून बनाया जाये। • हर पार्टी के लिये यह अनिवार्य हो कि कुछ टिकट (लगभग एक तिहाई) महिला उम्मीदवारों को दें। • चुनाव का खर्चा सरकार वहन करे। चुनावी खर्चे का वहन करने के लिये सरकार की ओर से पार्टियों को पैसे मिलने चाहिए। कुछ खर्चे सुविधाओं के रूप में दिये जा सकते हैं; जैसे पेट्रोल, कागज, टेलिफोन, आदि। या किसी पार्टी द्वारा पिछले चुनाव में जीते गये वोटों के आधार पर सरकार कैश दे सकती है। • दो अन्य तरीके हैं जिनसे राजनीतिक पार्टियों में सुधार किया जा सकता है। ये तरीके हैं; लोगों का दबाव और लोगों की भागीदारी। राजनैतिक पार्टियों में तभी मूलभूत सुधार हो पायेगा जब लोगों की भागीदारी और लोगों का दबाव बढ़ेगा। प्रश्न 4. राजनीतिक दल का क...

राजनीतिक दल का क्या अर्थ है

राजनीतिक दल , दलीय व्यवस्था एवं लोकतंत्र • लोकतांत्रिक देश में संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राजनैतिक दल उन संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करती है जिसमें लोग विधायी निकायों में राजनीतिक दलों के नामांकित व्यक्तियों को चुनकर भेजती है। • ये राजनैतिक दल लोगों को राजनीतिक गतिविधियों में भी शामिल करती हैं। इन गतिविधियों के द्वारा लोगों की समस्याओं को सामने लाया जाता है। • इस प्रकार राजनीतिक दल लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिये आवश्यक है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में कई प्रकार के राजनैतिक दल उभरे। • स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भारत में एक दलीय व्यवस्था के प्रभुत्व का बोलबाला रहा , जिसमें 1950 से 1960 तक काँग्रेस पार्टी का दबदबा था तथा उसके बाद के काल में कई अन्य दलों का वर्चस्व देखने को मिला। यह इकाई दलीय राजनीतिक व्यवस्था राजनीतिक दलों का विकास , उनका संबंध तथा भारत में लोकतंत्र के साथ उसके संबंधों की चर्चा करती है। राजनीतिक दलों एवं दलीय व्यवस्था का अर्थ राजनीतिक दल का क्या अर्थ है • राजनीतिक दल एक राजनीतिक प्रणाली का महत्वपूर्ण घटक है। राजनैतिक दल वह संस्था है जिसमें नेताओं , अनुयायियों / कार्यकर्त्ता , नीतियों और कार्यक्रमों का संबंध होता है। इसके सदस्य या तो औपचारिक होते हैं या फिर वे औपचारिक सदस्य नहीं होते है और इसका समर्थन करते हैं। • राजनैतिक दलों में नेताओं , नीतियों कार्यक्रमों एवं विचार धारा के आधार पर अंतर किया जा सकता है। • राजनीतिक दल का प्रमुख सिद्धांत यह है कि वह अन्य संगठनों से अलग होता है क्योंकि इसका प्रमुख उद्देश्य सत्ता प्राप्त करना है। • राजनैतिक दलों के विपरीत दबाव समूह , हित समूह या गैर दलीय नागरिक समाज का उद्देश्य शक्ति या सत्ता प्राप्त नहीं करना...