होगा

  1. Varn Vichhed in Hindi, वर्ण विच्छेद की परिभाषा, उदाहरण
  2. सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द
  3. Train operation will be computerized not manual
  4. 7th Pay Commission: जुलाई में DA में हो सकता है 3
  5. आमरण में कौन सा समास है? आमरण का समास
  6. Indian Railways To Launch Vande Bharat Trains On Five More Routes From June 26
  7. Varn Vichhed in Hindi, वर्ण विच्छेद की परिभाषा, उदाहरण
  8. 7th Pay Commission: जुलाई में DA में हो सकता है 3
  9. सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द
  10. आमरण में कौन सा समास है? आमरण का समास


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Varn Vichhed in Hindi, वर्ण विच्छेद की परिभाषा, उदाहरण

बोर्ड परीक्षा में हाई स्कोर करें: हमारे SuccessCDs कक्षा 10 हिंदी कोर्स के साथ! Click here Varn Vichhed in Hindi Definition, Examples वर्ण विच्छेद की परिभाषा, वर्ण विच्छेद के उदाहरण Varn Vichhed ( वर्ण विच्छेद): इस लेख में हम वर्ण-विच्छेद के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे। • • • वर्ण-विच्छेद की परिभाषा वर्ण विछेद किसे कहते हैं? वर्ण-विच्छेद यानी वर्णों को अलग-अलग करना। किसी शब्द (वर्णों के सार्थक समूह) को अलग-अलग लिखने की प्रक्रिया को वर्ण-विच्छेद कहते हैं। Top सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि वर्ण कितने प्रकार के होते हैं? वर्ण दो तरह के होते हैं - 1) स्वर 2) व्यञ्जन इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ण-विच्छेद में हमें शब्दों को जो की वर्णों का समूह हैं, अलग-अलग करना है। दूसरे शब्दों में - स्वर या व्यञ्जन को अलग-अलग करना वर्ण-विच्छेद है। इसके लिए हमें स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) की जानकारी होना बहुत आवश्यक हो जाता है। स्वरों की मात्राएँ इस प्रकार हैं – स्वर मात्रा (स्वर चिह्न) अ इसकी कोई मात्रा नहीं होती। आ ा इ ि ई ी उ ु ऊ ू ऋ ृ ए े ऐ ै ओ ो औ ौ वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है। उदाहरण - निधि शब्द का मात्रा विच्छेद होगा - न् + ि + ध् + ि निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा - न् + इ + ध् + इ कुमार शब्द का मात्रा विच्छेद करने पर - क् + ु + म् + ा + र् + अ प्राप्त होता है और जब इसी शब्द का वर्ण-विच्छेद किया जाए तो क् + उ + म् + आ + र् + अ प्राप्त होता है। Top वर्ण-विच्छेद के कुछ उदाहरण (Examples of Varn Viched in Hindi) 'अ' स्वर के उदाहरण कलम = क् + अ +...

सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • सर्वनामकीपरिभाषा: सर्वनामकेउदाहरण: आइयेकुछउदाहरणोंकेद्वारासर्वनामकोविस्तारसेसमझतेहैं।नीचेलिखेवाक्योंकोध्यानपूर्वकदेखे– : • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • पेड़-पौधेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • पेड़-पौधेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • पेड़-पौधेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • पेड़-पोधोसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। अबइनवाक्योंपरगौरकरें -: • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • वेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • वेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • वेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • उनसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। आपनेक्यादेखा?प्रथमपांचवाक्योंमेंसंज्ञा‘पेड़-पौधे’दुहराएजानेपरवाक्यभद्देहोगए, जबकिनीचेकेपांचवाक्यसुन्दरहैं।आपनेयहभीदेखाहोगाकी‘वे’और‘उनसे’पदपेड़-पौधेकीऔरसंकेतकरतेहैं।अतःउक्तवाक्योंमें‘वे’और‘उनसे’सर्वनामहैं। मूलतःसर्वनामोंकीसंख्याग्यारहहै– मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, कोईऔरकुछआदि। सर्वनामकेभेद: सर्वनामकेपांचभेदहोतेहैं– • पुरुषवाचकसर्वनाम • निजवाचकसर्वनाम • निश्चयवाचकसर्वनाम • अनिश्चयवाचकसर्वनाम • प्रश्नवाचकसर्वनाम • सम्बन्धवाचकसर्वनाम 1. पुरुषवाचकसर्वनाम जिनसर्वनामशब्दोंकाप्रयोगवक्ताद्वाराखुदकेलिएयादुसरोकेलिएकियाजाताहै, उसेपुरुषवाचकसर्वनामकहतेहैं। जैसे– मैं, हम (वक्ताद्वाराखुदकेलिए), तुमऔरआप (सुननेवालेकेलिए) और यह, वह, ये, वे(किसीऔरकेबारेमेंबातकरनेकेलिए) आदि। पुरुषवाचकसर्वनामकेउदाहरण: नीचेलिखेउदाहरणोंकोदेखें– • मैंफिल्मदेखनाचाहताहूँ। • मैंघरजानाचाहतीहूँ। • आपकहतेहैंतोठीकहीहोगा। • तुमजबतकआयेतबतकवहचलागया। • आजकल आपकहाँरहतेहैं। • वहपढनेमेंबहुततेजहै। • यहव्यक्ति...

Train operation will be computerized not manual

समय और मैनपॉवर की बचत के लिए कैंट स्टेशन पर ट्रेनों का परिचालन कंप्यूटराइज्ड होगा। इसके लिए यहां विजुअल डिस्प्ले यूनिट (वीडीयू) लगाई गई है। बेंगलुरू से आए विशेषज्ञ यहां 50 स्टेशन मास्टरों को विश्वस्तरीय तकनीक पर आधारित ‘एसआईएल-4 ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर से गाड़ियों को चलाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। इस बारे में स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने बताया कि स्टेशन पर चल रहे यार्ड रिमॉडलिंग लिए जाने वाले नॉन इंटरलॉकिंग का काम होने के बाद विजुअल डिस्प्ले यूनिट से ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) सिस्टम से ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इस सिस्टम में स्टेशन मास्टर कक्ष या पावर केबिन में लगे पैनल बोर्ड के सहारे ट्रेनों को चलाया जाता है। इसमें बटन दबाकर ट्रेनों के आने-जाने के लिए प्वाइंट (रूट) बनाए जाते हैं। साथ ही रेड, येलो और ग्रीन सिग्नल दिए जाते हैं। अब इसको बदलकर कम्प्यूटर बेस्ड सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग (एसएसआई) सिस्टम से ट्रेनें चलाने की तैयारी हो रही है। इसमें माउस को क्लिक करके पटरियों पर प्वाइंट बनाए जाएंगे। शिवपुर व चौखंडी स्टेशनों पर इस सिस्टम से ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। अफसरों के मुताबिक पॉवर केबिन दो डिस्प्ले यूनिटें लगी हैं। पहली यूनिट से ट्रेनों का परिचालन होगा। इसके खराब होने पर तत्काल दूसरी यूनिट काम करेगी।

7th Pay Commission: जुलाई में DA में हो सकता है 3

डीएनए हिंदी:जुलाई का अनुमानित महीना केंद्र सरकार के कर्मचारियों (7th Pay Commission) के लिए संभावित अच्छी खबर लेकर आ सकता है, क्योंकि महंगाई भत्ता (DA) में 3 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. सरकार डीए को मौजूदा 45 फीसदी के स्तर से बढ़ाकर मामूली 46 फीसदी करने पर विचार कर रही है. अगर यह निर्णय लागू होता है तो स्वाभाविक रूप से कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी. अप्रैल के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (EICPI) के रोजगार सूचकांक के हाल ही में जारी आंकड़ों ने विभिन्न मीडिया आउटलेट्स का ध्यान खींचा है. कयास लगाया जा रहा है कि कर्मचारी अपने पारिश्रमिक में वृद्धि देख सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. हालांकि, कर्मचारियों को मई और जून के आंकड़ों का इंतजार करना होगा, जो जुलाई के लिए निर्धारित डीए में वृद्धि की सटीक सीमा का खुलासा करेंगे. यह भी पढ़ें: Odisha Train Accident: Train से यात्रा करते वक्त Insurance करवाना नहीं भूलें, 35 पैसे से पा सकते हैं 10 लाख रुपये का मुआवजा अगर गणना और पूर्वानुमान सही साबित होते हैं, तो महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि इसे बढ़ाकर 45 प्रतिशत कर देगी. हालांकि, अगर आंकड़े अधिक स्पष्ट हो जाते हैं, तो वृद्धि 4 प्रतिशत तक बढ़ सकती है, फलस्वरूप 46 प्रतिशत तक पहुंच सकती है. डीए में इस अनुकूल एडजस्टमेंट से लगभग 48 लाख कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा. लेकिन एआईसीपीआई (AICPI) के आंकड़े क्या संकेत देते हैं? जनवरी के आंकड़ों पर नजर डालें तो एआईसीपीआई के आंकड़े में 0.5 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि, फरवरी में इसमें 0.1 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई और यह 132.7 पर बंद हुआ. मार्च में 0.6 ...

आमरण में कौन सा समास है? आमरण का समास

Aamaran mein kaun sa samas hai? Aamaran ka samas-vigrah kya hota hai? आमरण में कौन सा समास है? अव्ययीभाव समास – आमरण शब्द में अव्ययीभाव समास है। Aamaran mein kaun sa Samas hota hai? Avyavibhav Samas – Aamaran shabd mein Avyavibhav Samas hai. आमरण का समास-विग्रह क्या है? Aamaran ka Samas-Vigrah kya hai? आमरण शब्द का समास-विग्रह निम्नानुसार होगा : Advertisement समास (समस्त पद) समास-विग्रह आमरण : मृत्यु तक Aamaran : Marityu tak क्योंकि आमरण में अव्ययीभाव समास है इसलिए हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए अव्ययीभाव समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण को यहाँ पर संक्षेप में समझाया है। अगर विद्यार्थी अव्ययीभाव समास को विस्तार से पढ़ना चाहें तो नीचे दिये गए लिंक (अव्ययीभाव समास की परिभाषा – ) पर जा कर पढ़ सकते हैं। Advertisement अव्ययीभाव समास की परिभाषा – अव्ययीभाव समास-[ सूत्र-पूर्वपद प्रधान: अव्ययीभाव: ]-इस समास में पहला या पूर्वपद अव्यय होता है और दूसरा पद संज्ञा होता है। प्रथम पद अर्थात अवयव प्रधान होता है। अव्यय के संयोग से समस्तपद भी अव्यय बन जाता है। इस प्रकार बने समस्त अवयव पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है। उपसर्ग युक्त पद भी अव्ययीभाव समास माना जाता है। अव्ययीभाव समास के उदाहरण – अव्ययीभाव समास के उदाहरण-प्रतिदिन-इसमें पूर्व पद “प्रति” अव्यय है। इसका विग्रह “ प्रत्येक दिन “ होगा। अव्ययीभाव समास के विग्रह के लिये सामासिक पद के अर्थ का प्रयोग करते है। अव्यवीभाव समास के अन्य उदाहरण नीचे दिये गए हैं: Advertisement समास (समस्त पद) – समास-विग्रह यथाशक्ति – शक्ति के अनुसार आजन्म – जन्म से लेकर प्रत्येक – एक-एक के प्रति यथाक्रम – क्रम के अनुसार ...

Indian Railways To Launch Vande Bharat Trains On Five More Routes From June 26

New Vande Bharat Train: पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनी वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेलवे की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है. ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे के बाद मुंबई-गोवा वंदे भारत ट्रेन की लॉन्चिंग को स्थगित कर दिया गया था. अब रेलवे एक साथ जून के महीने में 5 वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन करने की योजना बना रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक रेलवे पांच अलग-अलग रूट्स पर वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू करने जा रहा है. इस ट्रेनों को 26 जून, 2023 को रवाना किया जाएगा. किन रूटों पर होगा नई वंदे भारत ट्रेन का संचालन खास बात ये है कि ऐसा पहली बार है जब एक साथ पांच वंदे भारत ट्रेन का तोहफा देश को मिलने जा रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक इन सभी ट्रेनों को प्रधानमंत्री मुंबई-गोवा वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन को कर दिया गया था रद्द ओडिशा के बालासोर में 2 जून को तीन ट्रेनें आपस में टकरा गई थी. इस भीषण हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. इस हादसे में 1,000 से अधिक लोग घायल भी हुए थे. इस हादसे के बाद 3 जून को मुंबई-गोवा वंदे भारत ट्रेन (Mumbai Goa Vande Bharat Train) के उद्घाटन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद अब इस रूट पर 26 जून को ट्रेन के उद्घाटन की खबर है. 18 रूटों पर चल रही है वंदे भारत गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन देश के कुल 18 रूटों पर चल रही है. पहली बार इस ट्रेन का संचालन दिल्ली-वाराणसी रूट पर फरवरी, 2019 में किया गया था. 100 फीसदी भारतीय तकनीक से बनी ट्रेन है जो पूरी तरह से वातानुकूलित है. इसके ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं और 180 डिग्री घूमने वाली सीटें लगी हुई है. यह ट्रेन वाई फाई और जीपीएस जैसे नई तकनीक से भी लैस है. ट्रेन की सुरक्षा के लिए इसमें कवज (KAVACH) टेक...

Varn Vichhed in Hindi, वर्ण विच्छेद की परिभाषा, उदाहरण

बोर्ड परीक्षा में हाई स्कोर करें: हमारे SuccessCDs कक्षा 10 हिंदी कोर्स के साथ! Click here Varn Vichhed in Hindi Definition, Examples वर्ण विच्छेद की परिभाषा, वर्ण विच्छेद के उदाहरण Varn Vichhed ( वर्ण विच्छेद): इस लेख में हम वर्ण-विच्छेद के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे। • • • वर्ण-विच्छेद की परिभाषा वर्ण विछेद किसे कहते हैं? वर्ण-विच्छेद यानी वर्णों को अलग-अलग करना। किसी शब्द (वर्णों के सार्थक समूह) को अलग-अलग लिखने की प्रक्रिया को वर्ण-विच्छेद कहते हैं। Top सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि वर्ण कितने प्रकार के होते हैं? वर्ण दो तरह के होते हैं - 1) स्वर 2) व्यञ्जन इसका अर्थ यह हुआ कि वर्ण-विच्छेद में हमें शब्दों को जो की वर्णों का समूह हैं, अलग-अलग करना है। दूसरे शब्दों में - स्वर या व्यञ्जन को अलग-अलग करना वर्ण-विच्छेद है। इसके लिए हमें स्वरों की मात्राओं (स्वर चिह्न) की जानकारी होना बहुत आवश्यक हो जाता है। स्वरों की मात्राएँ इस प्रकार हैं – स्वर मात्रा (स्वर चिह्न) अ इसकी कोई मात्रा नहीं होती। आ ा इ ि ई ी उ ु ऊ ू ऋ ृ ए े ऐ ै ओ ो औ ौ वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है। उदाहरण - निधि शब्द का मात्रा विच्छेद होगा - न् + ि + ध् + ि निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा - न् + इ + ध् + इ कुमार शब्द का मात्रा विच्छेद करने पर - क् + ु + म् + ा + र् + अ प्राप्त होता है और जब इसी शब्द का वर्ण-विच्छेद किया जाए तो क् + उ + म् + आ + र् + अ प्राप्त होता है। Top वर्ण-विच्छेद के कुछ उदाहरण (Examples of Varn Viched in Hindi) 'अ' स्वर के उदाहरण कलम = क् + अ +...

7th Pay Commission: जुलाई में DA में हो सकता है 3

डीएनए हिंदी:जुलाई का अनुमानित महीना केंद्र सरकार के कर्मचारियों (7th Pay Commission) के लिए संभावित अच्छी खबर लेकर आ सकता है, क्योंकि महंगाई भत्ता (DA) में 3 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. सरकार डीए को मौजूदा 45 फीसदी के स्तर से बढ़ाकर मामूली 46 फीसदी करने पर विचार कर रही है. अगर यह निर्णय लागू होता है तो स्वाभाविक रूप से कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी. अप्रैल के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (EICPI) के रोजगार सूचकांक के हाल ही में जारी आंकड़ों ने विभिन्न मीडिया आउटलेट्स का ध्यान खींचा है. कयास लगाया जा रहा है कि कर्मचारी अपने पारिश्रमिक में वृद्धि देख सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. हालांकि, कर्मचारियों को मई और जून के आंकड़ों का इंतजार करना होगा, जो जुलाई के लिए निर्धारित डीए में वृद्धि की सटीक सीमा का खुलासा करेंगे. यह भी पढ़ें: Odisha Train Accident: Train से यात्रा करते वक्त Insurance करवाना नहीं भूलें, 35 पैसे से पा सकते हैं 10 लाख रुपये का मुआवजा अगर गणना और पूर्वानुमान सही साबित होते हैं, तो महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि इसे बढ़ाकर 45 प्रतिशत कर देगी. हालांकि, अगर आंकड़े अधिक स्पष्ट हो जाते हैं, तो वृद्धि 4 प्रतिशत तक बढ़ सकती है, फलस्वरूप 46 प्रतिशत तक पहुंच सकती है. डीए में इस अनुकूल एडजस्टमेंट से लगभग 48 लाख कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा. लेकिन एआईसीपीआई (AICPI) के आंकड़े क्या संकेत देते हैं? जनवरी के आंकड़ों पर नजर डालें तो एआईसीपीआई के आंकड़े में 0.5 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि, फरवरी में इसमें 0.1 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई और यह 132.7 पर बंद हुआ. मार्च में 0.6 ...

सर्वनाम : सर्वनाम के भेद, परिभाषा, उदाहरण, वाक्य, शब्द

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • सर्वनामकीपरिभाषा: सर्वनामकेउदाहरण: आइयेकुछउदाहरणोंकेद्वारासर्वनामकोविस्तारसेसमझतेहैं।नीचेलिखेवाक्योंकोध्यानपूर्वकदेखे– : • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • पेड़-पौधेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • पेड़-पौधेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • पेड़-पौधेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • पेड़-पोधोसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। अबइनवाक्योंपरगौरकरें -: • पेड़-पौधेप्रकाश-संश्लेषणकीक्रियाकेदरम्यानऑक्सीजनमुक्तकरतेहैं। • वेपर्यावरणकोसंतुलितबनायेरखतेहैं। • वेविभिन्नजीवोंकोआश्रयप्रदानकरतेहैं। • वेभू-क्षरणकोरोकतेहैं। • उनसेहमेंफल-फूल, दवाएँ, इमारतीलकड़ीआदिमिलतेहैं। आपनेक्यादेखा?प्रथमपांचवाक्योंमेंसंज्ञा‘पेड़-पौधे’दुहराएजानेपरवाक्यभद्देहोगए, जबकिनीचेकेपांचवाक्यसुन्दरहैं।आपनेयहभीदेखाहोगाकी‘वे’और‘उनसे’पदपेड़-पौधेकीऔरसंकेतकरतेहैं।अतःउक्तवाक्योंमें‘वे’और‘उनसे’सर्वनामहैं। मूलतःसर्वनामोंकीसंख्याग्यारहहै– मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, कोईऔरकुछआदि। सर्वनामकेभेद: सर्वनामकेपांचभेदहोतेहैं– • पुरुषवाचकसर्वनाम • निजवाचकसर्वनाम • निश्चयवाचकसर्वनाम • अनिश्चयवाचकसर्वनाम • प्रश्नवाचकसर्वनाम • सम्बन्धवाचकसर्वनाम 1. पुरुषवाचकसर्वनाम जिनसर्वनामशब्दोंकाप्रयोगवक्ताद्वाराखुदकेलिएयादुसरोकेलिएकियाजाताहै, उसेपुरुषवाचकसर्वनामकहतेहैं। जैसे– मैं, हम (वक्ताद्वाराखुदकेलिए), तुमऔरआप (सुननेवालेकेलिए) और यह, वह, ये, वे(किसीऔरकेबारेमेंबातकरनेकेलिए) आदि। पुरुषवाचकसर्वनामकेउदाहरण: नीचेलिखेउदाहरणोंकोदेखें– • मैंफिल्मदेखनाचाहताहूँ। • मैंघरजानाचाहतीहूँ। • आपकहतेहैंतोठीकहीहोगा। • तुमजबतकआयेतबतकवहचलागया। • आजकल आपकहाँरहतेहैं। • वहपढनेमेंबहुततेजहै। • यहव्यक्ति...

आमरण में कौन सा समास है? आमरण का समास

Aamaran mein kaun sa samas hai? Aamaran ka samas-vigrah kya hota hai? आमरण में कौन सा समास है? अव्ययीभाव समास – आमरण शब्द में अव्ययीभाव समास है। Aamaran mein kaun sa Samas hota hai? Avyavibhav Samas – Aamaran shabd mein Avyavibhav Samas hai. आमरण का समास-विग्रह क्या है? Aamaran ka Samas-Vigrah kya hai? आमरण शब्द का समास-विग्रह निम्नानुसार होगा : Advertisement समास (समस्त पद) समास-विग्रह आमरण : मृत्यु तक Aamaran : Marityu tak क्योंकि आमरण में अव्ययीभाव समास है इसलिए हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए अव्ययीभाव समास की परिभाषा, भेद और उदाहरण को यहाँ पर संक्षेप में समझाया है। अगर विद्यार्थी अव्ययीभाव समास को विस्तार से पढ़ना चाहें तो नीचे दिये गए लिंक (अव्ययीभाव समास की परिभाषा – ) पर जा कर पढ़ सकते हैं। Advertisement अव्ययीभाव समास की परिभाषा – अव्ययीभाव समास-[ सूत्र-पूर्वपद प्रधान: अव्ययीभाव: ]-इस समास में पहला या पूर्वपद अव्यय होता है और दूसरा पद संज्ञा होता है। प्रथम पद अर्थात अवयव प्रधान होता है। अव्यय के संयोग से समस्तपद भी अव्यय बन जाता है। इस प्रकार बने समस्त अवयव पद का प्रारूप लिंग, वचन, कारक, में नहीं बदलता है वो हमेशा एक जैसा रहता है। उपसर्ग युक्त पद भी अव्ययीभाव समास माना जाता है। अव्ययीभाव समास के उदाहरण – अव्ययीभाव समास के उदाहरण-प्रतिदिन-इसमें पूर्व पद “प्रति” अव्यय है। इसका विग्रह “ प्रत्येक दिन “ होगा। अव्ययीभाव समास के विग्रह के लिये सामासिक पद के अर्थ का प्रयोग करते है। अव्यवीभाव समास के अन्य उदाहरण नीचे दिये गए हैं: Advertisement समास (समस्त पद) – समास-विग्रह यथाशक्ति – शक्ति के अनुसार आजन्म – जन्म से लेकर प्रत्येक – एक-एक के प्रति यथाक्रम – क्रम के अनुसार ...